कोटद्वारः कौड़िया के वार्ड नंबर 7 क्षेत्र में देर रात कूड़ा फेंकने को लेकर विवाद हो गया. जिससे इलाके में तनाव का माहौल हो गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी. गुस्साए लोगों ने सांकेतिक हाईवे जाम करते हुए नगर आयुक्त का जोरदार विरोध किया. वहीं, पुलिस रातभर पहरा देती रही. इलाके में अभी भी तनाव बताया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, देर रात कोटद्वार नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी (Kotdwar Municipal Commissioner Kishan Singh Negi) को सूचना मिली थी कि कौड़िया क्षेत्र में कुछ दुकानदार और बैंक्वेट हॉल स्वामी सड़कों पर कूड़ा फेंक रहे हैं. सूचना मिलते ही नगर आयुक्त अपने कर्मचारियों के साथ कौड़िया स्थित गब्बर सिंह कैंप पहुंचे. जहां स्थानीय लोगों और कौड़िया वार्ड नंबर 7 के पार्षद सुभाष पांडे ने उनका घेराव कर दिया. साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर सांकेतिक जाम लगा दिया.
इतना ही नहीं नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी का विरोध कर रहे लोग हाथापाई करने तक उतारू हो गए. जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए कोटद्वार कोतवाली प्रभारी ने तत्काल पुलिस बल भेजकर नगर आयुक्त को स्थानीय लोगों के चंगुल से बाहर निकाला.
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बैंक्वेट हॉल स्वामी अजय भाटिया ने बताया कि नगर निगम शहर में कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था (Garbage disposal in Kotdwar) नहीं बना पा रहा है. दुकानदारों को बेवजह परेशान किया जा रहा है. कूड़ा वाहन समय पर नहीं आता है. जिस वजह से वो अपना कूड़ा खुद निस्तारण कर रहे हैं. जिसमें कोटद्वार नगर निगम आयुक्त और सफाई कर्मचारी अलग-अलग आरोप लगा रहे हैं.
वहीं, कोटद्वार नगर निगम वार्ड 7 के पार्षद सुभाष पांडे ने बताया कि कोटद्वार नगर निगम प्रति व्यक्ति से कूड़ा के लिए 30 रुपए चार्ज करता है. इसके बावजूद भी शहर में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. जिससे कोटद्वार नगर क्षेत्र में डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी फैल रही है, लेकिन निगम के कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.