श्रीनगर: पीजी की पढ़ाई करने के लिए अवकाश लेकर गए दो डाक्टर तय समय के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटे हैं. अब उन्हें दो सप्ताह का समय दिया गया कि वह इस मामले में डीजी हेल्थ को रिपोर्ट करें. यदि ऐसा नहीं होता तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. सेवा समाप्ति जैसे कदम भी उठाएं जा सकते हैं. इसके साथ ही इन दोनों डॉक्टरों से रिकवरी भी की जा सकती है. सीएमओ डॉक्टर प्रवीण कुमार ने बताया दोनों डाक्टर प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के नियमित बांडधारी डॉक्टर हैं।
पौड़ी के सीएमओ डॉक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि जिले से डॉक्टर श्रीयांश सैनी और डॉक्टर अश्विनी चौहान अपनी मूल तैनाती से पीजी करने के लिए गये थे. लेकिन पीजी की पढ़ाई पूरी होने के बाद भी दोनों डाक्टरों ने अभी तक इसकी सूचना नहीं दी. इस मामले में अब 15 दिन का समय देते हुए दोनों चिकत्सकों को अपनी अनुपस्थिति के संबंध में मय साक्ष्य के डीजी हेल्थ के दफ्तर देहरादून में स्वयं उपस्थिति होने को कहा गया है.
ये भी पढ़ें: BJP प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने नेहरू को बताया निकम्मा, PM मोदी की तुलना राम-कृष्ण से की
सीएमओ डॉक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि डॉक्टर श्रीयांश सैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खिर्सू में तैनात थे. जबकि डॉक्टर अश्विनी चौहान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए बंचूरी पौड़ी से पीजी करने गए थे. पीजी पूरी होने के बाद भी दोनों अपनी मूल तैनाती पर उपस्थिति नहीं हुए. अब 15 दिन के भीतर यदि चिकित्सक डीजी हेल्थ को रिपोर्ट नहीं करते तो यह समझा जाएगा कि वह राजकीय सेवा करने के इच्छुक नहीं हैं. ऐसे में नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. जिसमें अनुशासनात्मक से लेकर सेवा समाप्ति जैसे कदम उठाए जा सकते हैं. सीएमओ ने उन चिकित्सकों से भी कहा है कि जिन्होंने त्याग पत्र दिया, लेकिन उनका त्याग पत्र सक्षम अधिकारी द्वारा अभी तक स्वीकृत नहीं है ऐसे चिकित्सक भी अपनी रिपोर्ट दे दें.