श्रीनगर: ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर संपर्क नालियों के निर्माण को लेकर व्यापारियों और स्थानीय लोगों में रोष है. इसको लेकर व्यापारियों ने वाल्मीकि मंदिर के पास एनएच-58 पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. व्यापारियों का आरोप है कि नालियों में जगह जगह छेद होने के कारण बाजार में जलभराव की स्थिति बन जाती है.
साथ ही व्यापारियों ने एनएच प्रशासन से संपर्क नालियों के निर्माण न करने की मांग की है. व्यापार सभा अध्यक्ष वासुदेव कंडारी ने बताया कि एनएच विभाग राजमार्ग के किनारे पानी की निकासी के लिए नालियों का निर्माण तो कर रहा है, लेकिन विभाग द्वारा जगह-जगह नालियों में छेद कर पानी को बाजार की तरफ भी मोड़ दिया जा रहा है, जिससे पूरे बाजार में जलभराव हो रहा है.
व्यापारी हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि नालियों से अगर पानी को मोड़ा जाएगा तो बारिश के दौरान बाजार में जलभराव की स्थिति बन सकती है. एनएच विभाग को नालियों को बिना लिंक किए सीधे निर्माण करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को दिया झटका, वनों की परिभाषा बदलने के आदेश पर लगी रोक
मौके पर मौजूद राष्ट्रीय राजमार्ग-58 के अधिशासी अभियंता ने स्थानीय लोगों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. अधिशासी अभियंता ने राजीव शर्मा ने बताया कि वर्षों से इन जगहों से पानी की निकासी होती रही है. लिहाजा, नगर क्षेत्रों में कई जगह इस तरह के पेंच बनाने की जरूरत पड़ रही है, जिससे नालियों से पानी का प्रवाह बना रहे.
उन्होनें कहा कि जिन स्थानों पर मुख्य नाली से जुडकर संपर्क नाली बननी है, वो 35 सेमी की ऊंचाई पर बनाया जाएगा, जिससे पानी की मात्रा अधिक होने पर ही छोटी नालियों से पानी की निकासी होगी और शहर में जल भराव की स्थिति भी नहीं बनेगी.