श्रीनगर: प्रदेश में हर साल देश-विदेश से लाखों सैलानी आते हैं, जो पर्यटन के लिहाज से काफी अहम है. लेकिन इसी के इतर पौड़ी जनपद में उत्तर प्रदेश काल से बने करोड़ों रुपये की इमारत आज खस्ताहाल हैं. उन्हीं में एक डांडा नागराजा क्षेत्र में पर्यटकों के ठहरने के लिए करोड़ों की लागत से बना भवन देखरेख के अभाव में खंडहर में तब्दील होने लगा है. जिसकी जर्जर हालत खुद पर्यटन विकास के दावों की पोल खोल रही है.
करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद जिस पर्यटक रैन बसेरा का निर्माण पर्यटकों की सुविधा के लिए किया गया था, वह अब जर्जर हालत में हैं. करोड़ों रुपये की लागत से बने इस पयर्टक रैन बसेरा का निर्माण उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग ने उस वक्त कराया था, जब उत्तराखंड राज्य को एक अलग राज्य के तौर पर पहचान भी नहीं मिली थी. आज भवन की स्थिति खस्ताहाल है.
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जहां एक ओर प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने का दावा कर रही हैं, वहीं अधिकारियों के नकारेपन से इस मुहिम को पलीता लग रहा है. जिसकी बानगी डांडा नागराजा क्षेत्र में बने पयर्टक रैन बसेरा में दिखने को मिल रही है. वहीं, जिला पर्यटन अधिकारी कुशाल सिंह नेगी ने बताया कि पर्यटक रैन बसेरे की हालत को सुधारने के लिए जिला प्लान से 14 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है. जिसकी प्रथम किश्त निर्माण इकाई मिल गई है. जल्द पर्यटन रैन बसेरे का निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा.