पौड़ी: स्वच्छ भारत अभियान के तहत गरीब एवं निर्धन परिवारों को खुले में शौच मुक्त करने के लिए शौचालय बनाने की योजना चल रहीं है, वहीं, कोटद्वार नगर निगम में इस योजना को पलीता लगता नजर आ रहा है. नगर निगम के वार्ड नंबर 10 में आज भी लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. साथ ही नगर निगम बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं करवा पाया है.
कोटद्वार नगर निगम के वार्ड नंबर 10 में आज भी शौचालय न बन पाने के कारण बस्ती में रहने वाले लोग खोह नदी के किनारे शौच करने को मजबूर हैं. खुले में शौच करने से एक ओर जहां नदियां दूषित हो रही हैं, वहीं, दूसरी ओर महिलाओं के साथ किसी अनहोनी के होने का डर भी बना रहता है. वहीं, लोगों का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं.
स्थानीय महिला महेंद्री देवी ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये आए थे, उन्होंने कहा कि पैसे को नगर निगम के अधिकारियों ने हड़प लिए हैं. वार्ड में पार्षद कुछ काम नहीं कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि घर में 2 लड़कियां होने से आए दिन किसी अनहोनी होने का खतरा बना रहता है.
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स्थानीय निवासी पंकज ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये आए थे, जिनमें से नगर निगम के कर्मचारियों ने शौचालय निर्माण के लिए सिर्फ 2 हजार रुपये दिए. बाकी रुपयों का हिसाब पता ही नहीं चला.
वहीं इस पूरे मामले पर सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि वार्ड नंबर 10 में 12 सीटर सार्वजनिक शौचालय स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनकर तैयार हो गया है. इसका लाभ स्थानीय निवासियों को मिलेगा. साथ ही हमारे पास व्यक्तिगत 89 शौचालयों का प्रार्थना पत्र आए थे, जो सेक्शन हो गए. साथ ही शौचालय निर्माण के लिए रुपये उनके खातों में डाल दिए गए हैं, जो लोग छूट गए हैं वह नगर निगम में आवेदन कर सकते हैं.