पौड़ी: पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक के 84 गांवों को पेयजल आपूर्ति मुहैया करवाने के लिए पेयजल निगम की ओर से 27 करोड़ की लागत से चिनवाड़ी डांडा पेयजल पंपिग योजना की शुरुआत की गई थी. वहीं, ग्रामीणों की ओर से शिकायत की गई है कि, 84 गांव के मुकाबले चार गांव में ही पेयजल आपूर्ति हो रही है. बाकी के गांव तक पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है. जिसको लेकर गुरुवार को ग्रामीण अपर जिलाधिकारी से मुलाकात करने पहुंचे और जल्द इन समस्याओं के निवारण करने की मांग की.
पौड़ी के कल्जीखाल ब्लॉक के कुछ ग्रामीण गुरुवार को अपर जिलाधिकारी से पौड़ी पेयजल समस्या को लेकर मुलाकात करने पहुंचे. वहीं, क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक रावत ने बताया कि उनके गांव में लंबे समय से पेयजल की किल्लत चल रही थी और लंबे समय तक संघर्ष करने के बाद उनके गांव के लिए चिनवाड़ी डांडा पेयजल पंपिग योजना बनाई गई.
बीते नवंबर माह में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से इसका लोकार्पण तो कर दिया गया, लेकिन गांव तक पेयजल आपूर्ति करने में पेयजल विभाग नाकाम साबित हुआ है. उन्होंने बताया कि, 84 गांव के लिए करीब 27 करोड़ की लागत से बनी इस योजना के बाद भी ग्रामीणों को पानी की बूंद तक नसीब नहीं हो पा रही है. इस योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया है.
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वहीं, अपर जिलाधिकारी शिव कुमार बर्नवाल ने कहा कि, उन्होंने पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया है कि, वह स्वयं क्षेत्र में जाकर इसका निरीक्षण करें और यदि कोई समस्या आ रही है, तो उसका जल्द निवारण करें. ताकि 27 करोड़ की लागत से जो पेयजल योजना बनी है, उसका फायदा हर गांव को मिल सके.