कोटद्वार: मुख्यमंत्री तीरथ रावत के गृह क्षेत्र सतपुली के निकट नेशनल हाईवे-534 पर पांच दिन पहले डामरीकरण कराया गया था. लेकिन, सड़क पर डामर अभी से निकलना शुरू हो चुका है. डामरीकरण की गुणवत्ता इतनी खराब है कि इसे हाथ लगाने से ही उखाड़ता जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जब सड़क पर डामरीकरण का काम चल रहा था, उसी समय उनकी ओर से कार्यदायी संस्था को इस बात से अवगत कराया गया था, लेकिन संस्था ने उनकी एक नहीं सुनी.
दरअसल गृह क्षेत्र सतपुली के निकट नेशनल हाईवे-534 पर डामरीकरण का काम हुए मात्र 5 दिन ही हुए हैं. कार्यदायी संस्था ने सड़क का डामरीकरण करने में मानकों की अनदेखी की है. वहीं, मात्र पांच दिनों पहले हुए डामरीकरण के बाद सड़क अभी से उखड़ने लगा है. इस डामरीकरण की गुणवत्ता इतनी खराब है कि इसे हाथों से उखाड़ा जा सकता है.
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ग्रामीणों ने कार्यदायी संस्था पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क पर डामरीकरण का काम होने के दौरान ही इसकी शिकायत कार्यदायी संस्था से कर दी गई थी, लेकिन संस्था ने उनकी एक नहीं सुनी. अब देखना ये है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मामले का संज्ञान कब लेते हैं और कार्यदायी संस्था के खिलाफ क्या एक्शन लेते हैं?