कोटद्वार: नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर नजीबाबाद चौक (लालबत्ती चौक) के चौड़ीकरण का कार्य पूरा हुए तीन साल हो चुके हैं, लेकिन चौराहे का सौंदर्यीकरण अभी तक नहीं हो सका है. चौराहे के सौंदर्यीकरण के लिए अभी तक बजट नहीं मिला, जिससे चौराहे में यातायात संचालन में पुलिस को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कोटद्वार नगर निगम प्रशासन की ओर से अगस्त 2017 में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर नजीराबाद चौक के चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया था. इसके तहत सड़क को 18 मीटर चौड़ा किया जाना था. राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी ने सरकारी स्कूल की दीवार तोड़कर सड़क को चौड़ा किया. अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम और राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी को चौड़ीकरण के लिए मशक्कत करनी पड़ी. सड़क का चौड़ीकरण तो हो गया, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप अभी तक चौराहे का सौंदर्यीकरण नहीं किया गया. चौराहे के खुलने के बाद मार्ग पर वन वे व्यवस्था लागू होने के बावजूद भी जाम की स्थिति बन रही है.
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सौंदर्यीकरण के तहत लाल बत्ती चौराहे पर चबूतरे का निर्माण, निकासी नाली, फुटपाथ और चक्रवर्ती सम्राट भरत की मूर्ति लगाना प्रस्तावित हुआ था. सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम ने डिजाइन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा है लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ा. पूरे मामले में नगर आयुक्त का कहना है कि चौराहे के डेवलपमेंट के लिए नगर निगम के पास धन की कमी है. जैसे ही धन की प्राप्ति होती है तो चौराहे के डेवलपमेंट का कार्य किया जाएगा.
वहीं पूरे मामले में वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत व कोटद्वार विधायक ने कहा की नगर निगम में बैठे लोगों का काम सिर्फ दूसरों पर आरोप लगाना है. आज तक नगर निगम की महापौर ने नगर निगम के अंदर विकास कार्यों के लिए कोई भी प्रस्ताव उनके पास नहीं भेजा है. अगर चैराहे के निर्माण कार्य के लिये प्रस्ताव आता है तो अवश्य ही विधायक निधि से धन स्वीकृत किया जाएगा.