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जीजीआईसी पौड़ी में शिक्षिकाओं की कमी, छात्राओं के रिजल्ट पर पड़ रहा असर

जिले के राजकीय कन्या इंटरमीडिया कॉलेज में शिक्षिकाओं की भारी कमी होने के चलते छात्राओं का भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. विद्यालय में शिक्षिकाओं के न होने के चलते छात्राएं परिक्षा में फेल हो रही है.

विद्यालय में नहीं हैं शिक्षक, छात्राएं हो रही फेल.
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Published : Jul 20, 2019, 11:34 PM IST

पौड़ी गढ़वाल: नगर के राजकीय कन्या इंटरमीडिएट कॉलेज में शिक्षिकाओं की कमी के चलते छात्राओं का परीक्षा परिणाम गिरता जा रहा है. इस कारण छात्राएं परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पा रही हैं. वहीं, छात्राओं ने बताया कि कठिन विषयों का वह खुद से अध्ययन नहीं कर पा रही हैं. वह सरकार से उम्मीद करती हैं कि जल्द ही शिक्षिका प्रदान की जाएं जिससे वह अपने विषय का अच्छे से पठन-पाठन कर परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें. जबकि, विभाग की ओर से बताया गया कि शिक्षिकों की नियुक्ति करने के बाद भी शिक्षक के द्वारा न्यायालय की शरण में जाने से कॉलेज में पद रिक्त चल रहे हैं.

विद्यालय में नहीं हैं शिक्षक, छात्राएं हो रही फेल.

विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि उनके विषय के शिक्षक न होने के चलते उन्हें पढ़ने में काफी दिक्कतें होती हैं. वहीं विद्यालय में शिक्षिकाओं की कमी के चलते परीक्षा परिणाम भी खराब हो रहे हैं. विषय के शिक्षक न होने के चलते छात्राएं परीक्षा में फेल हो रही हैं. छात्राओं की सरकार से मांग है कि जल्द उन्हें शिक्षक मुहैया कराए जाएं.

विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य शैलवाला ने बताया कि हाईस्कूल के 45 बच्चों में 10 बच्चे फेल हुए हैं. वहीं, इंटरमीडिएट में 71 बच्चों में 13 बच्चे फेल हुए हैं. उन्होंने यह स्वीकारते हुए कहा कि विषय अनुसार शिक्षिकाएं न होने के कारण छात्राओं को पढ़ने में समस्या होती है.

पौड़ी गढ़वाल: नगर के राजकीय कन्या इंटरमीडिएट कॉलेज में शिक्षिकाओं की कमी के चलते छात्राओं का परीक्षा परिणाम गिरता जा रहा है. इस कारण छात्राएं परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पा रही हैं. वहीं, छात्राओं ने बताया कि कठिन विषयों का वह खुद से अध्ययन नहीं कर पा रही हैं. वह सरकार से उम्मीद करती हैं कि जल्द ही शिक्षिका प्रदान की जाएं जिससे वह अपने विषय का अच्छे से पठन-पाठन कर परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें. जबकि, विभाग की ओर से बताया गया कि शिक्षिकों की नियुक्ति करने के बाद भी शिक्षक के द्वारा न्यायालय की शरण में जाने से कॉलेज में पद रिक्त चल रहे हैं.

विद्यालय में नहीं हैं शिक्षक, छात्राएं हो रही फेल.

विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि उनके विषय के शिक्षक न होने के चलते उन्हें पढ़ने में काफी दिक्कतें होती हैं. वहीं विद्यालय में शिक्षिकाओं की कमी के चलते परीक्षा परिणाम भी खराब हो रहे हैं. विषय के शिक्षक न होने के चलते छात्राएं परीक्षा में फेल हो रही हैं. छात्राओं की सरकार से मांग है कि जल्द उन्हें शिक्षक मुहैया कराए जाएं.

विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य शैलवाला ने बताया कि हाईस्कूल के 45 बच्चों में 10 बच्चे फेल हुए हैं. वहीं, इंटरमीडिएट में 71 बच्चों में 13 बच्चे फेल हुए हैं. उन्होंने यह स्वीकारते हुए कहा कि विषय अनुसार शिक्षिकाएं न होने के कारण छात्राओं को पढ़ने में समस्या होती है.

Intro:पौड़ी नगर के राजकीय कन्या इंटरमीडिएट कॉलेज में शिक्षिकाओं की कमी के चलते छात्राओं का परीक्षा परिणाम गिरता जा रहा है जिस कारण छात्राएं परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पा रही हैं वही छात्राओं ने बताया कि उनके जो विषय हैं वह काफी कठिन है जिनका वह खुद अध्ययन नहीं कर पा रही है और वह सरकार से उम्मीद करती है कि जल्द ही शिक्षिका प्रदान की जाए ताकि वह अपने विषय का अच्छे से पठन-पाठन कर परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें वहीं विभाग की ओर से बताया गया कि शिक्षक को की नियुक्ति करने के बाद भी शिक्षक के द्वारा न्यायालय की शरण में जाने से वहां पर पद रिक्त चल रहा है।


Body:विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि उनके विषय के शिक्षक न होने के चलते उन्हें पढ़ने में काफी दिक्कत होती है वहीं विद्यालय में शिक्षिकाओं की कमी के चलते ही परीक्षा परिणाम काफी खराब रहे हैं। छात्राएं विषय के शिक्षक न होने के चलते फेल हो गई हैं और वह सरकार से गुहार लगा रही है कि जल्द उन्हें शिक्षक मुहैया कराए जाएं ताकि उनके पठन-पाठन सही तरीके से हो और परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।
बाईट 1-सारिका रावत(छात्रा)
बाईट 2-मेघा राणा(छात्रा)


Conclusion:विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य शैलवाला ने बताया कि विद्यालय में हाईस्कूल के 45 बच्चों में 10 बच्चे फेल हुए हैं वहीं इंटरमीडिएट में 71 बच्चों में 13 बच्चे फेल हुए हैं उन्होंने यह स्वीकारते हुए कहा कि जब विद्यालय में विषय अनुसार शिक्षिकाएं नहीं है तो स्वाभाविक है कि छात्राओं को उस विषय में पढ़ने में समस्या होगी वही विद्यालय में अल्टी के गणित और साइंस का पद पिछले 4 सालों से रिक्त चल रहा है वही प्रवक्ता इतिहास और संस्कृत का पद भी रिक्त चल रहा है जिससे कहीं ना कहीं छात्राओं को काफी दिक्कत होती है. वहीं अपर निदेशक गढ़वाल मंडल माध्यमिक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि इस विद्यालय के लिए अनिवार्य ट्रांसफर प्रक्रिया से शिक्षिकाओं की व्यवस्था की गई थी लेकिन उनकी ओर से न्यायालय की शरण में जाने से यह मामला लंबित पड़ा है।
बाईट-शैलवाला(प्रभारी प्रधानचार्य)
बाईट-महावीर सिंह बिष्ट(अपर निदेशक माध्यमिक गढ़वाल मंडल)
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