ETV Bharat / state

श्रीनगर ट्रेजरी घोटाला: आरोपी सुभाष चंद्र चौथे दिन भी गिरफ्त से दूर, दबिश जारी - Subhash Chandra accused of Srinagar treasury scam

श्रीनगर उप कोषागार में गबन का आरोपी लेखाकार सुभाष चंद्र चौथे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा. पुलिस ने उसके घर भी दबिश दी लेकिन कोई सफलता नहीं मिली.

srinagar
श्रीनगर
author img

By

Published : Jan 14, 2022, 10:32 AM IST

श्रीनगरः पौड़ी के श्रीनगर उप कोषागार में गबन का आरोपी लेखाकार चौथे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा. पुलिस आरोपी के घर भी दबिश दे चुकी है, लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई. आरोपी का मोबाइल भी स्विच ऑफ है. गुरुवार को मुख्य कोषाधिकारी ने उप कोषागार पहुंच कर मामले से संबंधित तथ्य जुटाए हैं. आरोपी 7 जनवरी से फरार है.

10 जनवरी को उपकोषाधिकारी नंदन सिंह खत्री ने कोतवाली में लेखाकार सुभाष चंद्र के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उप कोषागार के दो कर्मचारियों पर साढ़े 38 लाख रुपये के गबन का आरोप है. दोनों आरोपियों ने साल 2016 से 2019 के बीच 75 मृतकों को जीवित दिखाकर उनको मिलने वाली पेंशन राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर की थी. इसमें एक आरोपी सहायक लेखाकार हरि दर्शन बिष्ट की एक साल पहले मौत हो चुकी है, जबकि दूसरा आरोपी लेखाकर सुभाष चंद्र 7 जनवरी से ऑफिस नहीं आया है.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी, लखनऊ में मुकदमा दर्ज

इस पूरे मामले में डीएम की ओर से कमेटी भी गठित की गई है. गुरुवार को कमेटी के सदस्य मुख्य कोषाधिकारी जगदीश चंद्रा ने उप कोषागार पहुंचकर उप कोषाधिकारी से गबन संबंधी जानकारी ली. साथ ही पेंशन संबंधी रिकॉर्ड तलब किए. दूसरी तरफ मामले की विवेचना कर रहे एसएसआई रणवीर रमोला ने बताया कि आरोपी सुभाष को पकड़ने के लिए घर सहित अन्य स्थानों में दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला. उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है, जिससे लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है. उन्होंने बताया कि सुभाष ने अपने दो बैंक खातों में गबन की रकम ट्रांसफर की है. एक बैंक खाते में 16 लाख 42 हजार 295 रुपये और दूसरे खाते में 92 हजार 129 रुपये ट्रांसफर किए हैं.

श्रीनगरः पौड़ी के श्रीनगर उप कोषागार में गबन का आरोपी लेखाकार चौथे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा. पुलिस आरोपी के घर भी दबिश दे चुकी है, लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई. आरोपी का मोबाइल भी स्विच ऑफ है. गुरुवार को मुख्य कोषाधिकारी ने उप कोषागार पहुंच कर मामले से संबंधित तथ्य जुटाए हैं. आरोपी 7 जनवरी से फरार है.

10 जनवरी को उपकोषाधिकारी नंदन सिंह खत्री ने कोतवाली में लेखाकार सुभाष चंद्र के खिलाफ गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उप कोषागार के दो कर्मचारियों पर साढ़े 38 लाख रुपये के गबन का आरोप है. दोनों आरोपियों ने साल 2016 से 2019 के बीच 75 मृतकों को जीवित दिखाकर उनको मिलने वाली पेंशन राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर की थी. इसमें एक आरोपी सहायक लेखाकार हरि दर्शन बिष्ट की एक साल पहले मौत हो चुकी है, जबकि दूसरा आरोपी लेखाकर सुभाष चंद्र 7 जनवरी से ऑफिस नहीं आया है.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी, लखनऊ में मुकदमा दर्ज

इस पूरे मामले में डीएम की ओर से कमेटी भी गठित की गई है. गुरुवार को कमेटी के सदस्य मुख्य कोषाधिकारी जगदीश चंद्रा ने उप कोषागार पहुंचकर उप कोषाधिकारी से गबन संबंधी जानकारी ली. साथ ही पेंशन संबंधी रिकॉर्ड तलब किए. दूसरी तरफ मामले की विवेचना कर रहे एसएसआई रणवीर रमोला ने बताया कि आरोपी सुभाष को पकड़ने के लिए घर सहित अन्य स्थानों में दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला. उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है, जिससे लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है. उन्होंने बताया कि सुभाष ने अपने दो बैंक खातों में गबन की रकम ट्रांसफर की है. एक बैंक खाते में 16 लाख 42 हजार 295 रुपये और दूसरे खाते में 92 हजार 129 रुपये ट्रांसफर किए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.