पौड़ी: केंद्रीय विवि के पौड़ी परिसर में पिछले 10 से 12 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को हटाने के आदेश का काफी विरोध हो रहा है. छात्र संगठन कर्मचारियों के समर्थन में खड़े हो गए हैं. दरअसल, पौड़ी परिसर के 10 सुरक्षाकर्मियों को हटाकर पूर्व सैनिकों को रखने की बात कही जा रही है. इसको लेकर बीते शनिवार को सभी छात्र संगठन ने मिलकर संकेतिक धरना प्रदर्शन दिया था. अब भूख हड़ताल की चेतावनी छात्रों द्वारा दी गई है.
धरने के बाद 22 अप्रैल को कुलपति ने सभी सुरक्षाकर्मियों को यथावत बने रहने के आदेश जारी किए, लेकिन उन्हें पौड़ी परिसर में रहने नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर मंगलवार को सभी छात्र संगठनों ने मिलकर प्रशासनिक भवन और कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला जड़कर सुरक्षा कर्मियों को दोबारा से रखने और कुलपति के आदेश को मानने की मांग की है.
दरअसल, पौड़ी परिसर में लंबे समय से काम कर रहे सुरक्षाकर्मियों को हटाने के आदेश के बाद छात्र संगठन ने कुलपति से मुलाकात की थी. इसके बाद कुलपति ने अपने लिखित पत्र पर आदेश जारी किया था कि 12 सुरक्षाकर्मियों को यथावत काम पर रखा जाए. छात्रों ने मांग की थी कि 6 माह पहले 3 सुरक्षाकर्मियों को बिना किसी नोटिस के हटा दिया गया था उनके ऊपर भी आर्थिक संकट मंडरा रहा है इसलिए उन्हें दोबारा से नौकरी पर रखा जाए.
वहीं, छात्र-छात्राओं ने बताया कि पौड़ी परिसर में सुरक्षा कर्मियों की मांगों को लेकर समर्थन में उतरे हैं. परिसर निदेशक से लेकर अन्य कोई भी उनकी समस्याओं को सुनने वाला नहीं है. इसके चलते वो सुबह से यहां बैठे हुए हैं. छात्र भारत भूषण ने बताया कि यदि कॉलेज प्रशासन का यही अड़ियल रवैया बरकरार रहा और सुरक्षाकर्मियों को उनके पदों पर नहीं रखा गया तो सभी छात्र संगठन मिलकर उनके लिए कॉलेज में भूख हड़ताल शुरू करेंगे.
पौड़ी परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि वो 10 से 12 सालों से यहां पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और अचानक से उनको इन पदों से हटाने के बाद उनके ऊपर आर्थिक संकट मंडराने लगा है. इसी नौकरी के भरोसे अपने बच्चों का भरण पोषण कर रहे हैं. नोटिस के बिना ही उन्हें निकाला गया था और अब कुलपति ने दोबारा से नौकरी पर रखने के आदेश दिए हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन उनके आदेशों को नहीं मान रहा है. उन्होंने मांग की है कि जिन भी सुरक्षाकर्मियों को उनके पद से हटाया गया है उन्हें दोबारा से रखा जाए.