श्रीनगर: हरियाणा के कृषि विभाग में संयुक्त निदेशक जगराज डांडी का तीसरे दिन भी अलकनंदा नदी में सुराग नहीं लगा है. आज तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है. सर्च ऑपरेशन में जुटी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित जल पुलिस की टीम 70 किलोमीटर के दायरे में अपना सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. नदी के बढ़े हुए जलस्तर के कारण जगराज का अभी तक कुछ भी पता नहीं लग रहा है. एक बड़ी दिक्कत ये है कि बरसात का मौसम होने के कारण गंगा का पानी मटमैला हुआ है. इससे नदी में कोई भी चीज दिख नहीं रही है.
दो ग्रुप में बांटी गई सर्च ऑपरेशन टीम: दो दिन से चल रहे इस सर्च ऑपरेशन में टीमों को दो हिस्सों में बांटा गया है. पहली टीम देवप्रयाग से शिवपुरी तक 40 किलोमीटर के दायरे में संयुक्त निदेशक जगराज डांडी की तलाश कर रही है. दूसरी टीम मुनि की रेती से एम्स बैराज तक सर्च ऑपरेशन सर्च चला रही है. अभी तक दोनों टीमों के हाथ खाली हैं.
पत्थर पर पैर फिसलने से नदी में बहे थे निदेशक: गुरुवार को हरियाणा के कृषि विभाग में संयुक्त निदेशक जगराज डांडी अपनी पत्नी और बेटी के साथ चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आए हुए थे. इस दौरान वे संगम नगरी देवप्रयाग आए थे. गंगा दर्शन करने वे संगम स्थली पहुंचे ही थे कि पत्थर पर पैर फिसलने के कारण नदी की तेज धारा में वह बहते चले गए. जगराज डांडी के साथ हुए हादसे का पता चलने के बाद देवप्रयाग पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जगराज को खोजने के लिए एसडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया. लेकिन नदी के बहाव के चलते जगराज का कुछ भी पता नहीं लगा.
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रेस्क्यू टीम के अभी भी हाथ खाली: देवप्रयाग थाना प्रभारी देवराज शर्मा ने बताया कि देवप्रयाग, व्यास घाट, व्यासी, कौड़ियाला और शिवपुरी तक 40 किलोमीटर के दायरे में एक टीम सर्च में जुटी हुई है, जबकि दूसरी टीम मुनि की रेती से एम्स बैराज तक ऑपरेशन चला रही है. कुल 70 किमी के दायरे में सर्च किया जा रहा है, लेकिन संयुक्त निदेशक जगराज डांडी का पता नहीं लग सका है. उन्होंने बताया कि सर्च के दौरान परिजन भी देवप्रयाग में मौजूद हैं.
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