पौड़ी: जिले के रिखणीखाल निवासी सारिका हाथ टूटने पर रिखणीखाल सीएचसी गईं थीं जहां डॉक्टरों ने सुविधा के अभाव में उसके हाथ में गत्ता बांध दिया और रेफर कर दिया. सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने पर लोग स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे थे. वहीं, अब सारिका की मदद के लिए पौड़ी डीएम डॉ विनय कुमार जोगदंडे ने हाथ आगे बढ़ाया है.
मीडिया और सोशल मीडिया में सारिका के हाथ पर गत्ता लगाने की खबर चलने पर लोगों ने प्रशासन की जमकर आलोचना की, जिसके बाद डीएम ने पीड़ित सारिका की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. डीएम के मामले में संज्ञान लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. डीएम के निर्देश पर सारिका के हाथ का कोटद्वार बेस अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया.
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डीएम ने संबंधित डॉक्टरों को आदेश जारी कर सारिका का बेहतर उपचार करने को कहा था. साथ ही तहसीलदार को भी निर्देश दिए थे कि समय-समय पर अस्पताल में सारिका का हालचाल जानें. यहीं नहीं डीएम ने समय-समय पर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी से सारिका की जानकारी भी लेते रहने को कहा था.
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ प्रवीन कुमार ने कहा सारिका के हाथ का कोटद्वार बेस अस्पताल में अस्थि रोग विशेषज्ञ द्वारा सफल ऑपेरशन किया गया है. अस्पताल के डाक्टरों से बातचीत कर उन्हें बेहतर उपचार करने को कहा गया था. अभी सारिका अस्पताल में ही है. जहां उसका इलाज चल रहा है. सामान्य स्थिति होने पर उसे अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी.
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सीएमओ डॉ प्रवीन कुमार ने कहा सारिका के उपचार में जो गलतफहमी फैलाई गई थी, उसे दूर करने के लिए लोगों को सभी जानकारी दे दी गई है. पूर्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रिखणीखाल में अस्पताल कार्मिकों ने सारिका का उपचार किया था, लेकिन सारिका के बाएं हाथ में सूजन थी. जिसके चलते चिकित्सकों ने हाथ में फ्रैक्चर न हो, इसलिये फैक्चर प्वॉइट को स्थिर रखने के लिए गत्ते की पट्टी लगा दी थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य विभाग की जमकर आलोचना हुई थी.
सीएमओ ने सारिका के हाथ पर बंधी गयी गत्ते से सपोर्ट को सही बताया. सीएमओ ने कहा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रिखणीखाल में पहले ही एक्सरे मशीन है, लेकिन तकनीशियन नहीं होने के चलते सारिका का एक्स-रे नहीं किया जा सका और उसे कोटद्वार अस्पताल रेफर किया गया. जहां उसके हाथ का डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन कर दिया है.