श्रीनगर: इन दिनों चार धाम यात्रा अपने पीक पर चल रही है, लेकिन इस यात्रा में आवारा पशु देवप्रयाग से लेकर श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में अपना आतंक फैलाए हुए हैं. आलम ये है कि आवारा पशुओं के झुंड की वजह से सड़कों पर जाम लग रहा है. जिससे आने-जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही जानवरों से वाहन टकराने की वजह से हादसे भी होते रहते हैं.
हाल ही में पौड़ी जनपद में आवारा पशुओं के झुंड से कुचलकर एक नाबालिग लड़की की जान चली गई थी. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इन आवारा पशुओं के रहने के लिए कांजी हाउस नहीं बनाया गया है. देवप्रयाग, कीर्तिनगर, बागवान और श्रीनगर में यही हालत बने हुए हैं. बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी आवारा जानवर यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं.
बद्रीनाथ केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव श्रीनगर गढ़वाल में NH पर घूम रहे आवारा जानवरों से जाम की स्थिति बनी रहती है. साथ ही कई बार हाईवे के बीचो-बीच खड़े इन जानवरों से वाहन टकराने की वजह से दुर्घटनाएं भी होती हैं. जिसमें वाहन चालक समेत खुद ये जानवर भी चोटिल होते हैं. आवारा मवेशियों से आए दिन यात्रा मार्ग में यातायात प्रभावित होता रहता है. साथ ही ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी रहती है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार आवारा मवेशी भी यातायात के चलते सड़कों पर चोटिल हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि गौ रक्षा को लेकर सरकार तमाम दावा करती है, लेकिन पालतू जानवर सड़कों पर छोड़ दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को इस तरफ ध्यान देने की सख्त जरूरत है.
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पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि चार धाम यात्रा से पूर्व इस संबंध में आयोजित एक बैठक में नगर पालिका से संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवारा मवेशियों से हो रही समस्या को लेकर बताया गया था. इस संबंध में एसडीएम श्रीनगर को भी अवगत कराया गया था. उन्होंने बताया कि अब इस समस्या को हल करने के लिए क्षेत्राधिकारी को संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं.