कोटद्वार: राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में जिला स्तरीय बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया. शिविर का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने दीप प्रज्वलित कर किया. बहुउद्देशीय शिविर में समाज कल्याण के कैंप में 65 पेंशन के नए आवेदन आए, जिसमें से 35 आवेदनों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया. साथ ही 25 यूआईडी के आवेदन आए.
इस मौके पर ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि इस प्रकार का कैंप अब हर 3 महीने पर कराया जाए, जिससे कोटद्वार की जनता को परेशानी से दो-चार न होना पड़े. वृद्धों माताओं बहनों के दैनिक जीवन से संबंधित समस्याओं से कार्यों पर प्रभाव पड़ता है. इनकी सहूलियत के लिए कैंप का आयोजन कोटद्वार में कराया गया है.
वहीं, बहुउद्देशीय शिविर में स्वास्थ्य, समाज कल्याण, कृषि, डेयरी, सैनिक कल्याण, बाल विकास, उद्यान, आयुर्वेद चिकित्सा, राजस्व और शिक्षा विभाग सहित नगर निगम कोटद्वार ने भाग लिया. शिविर में उत्तराखंड पावर कारपोरेशन से संबंधित 5 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया. आयुर्वेद के कैंप में 155 रोगी का उपचार किया गया. साथ ही नगर निगम के कैंप में 40 पेंशन से संबंधित आवेदन पर कार्रवाई के आदेश दिए गए. जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के कैंप में 110 दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनाने के लिए पंजीकरण हुआ, जिसमें से 43 के प्रमाण पत्र मौके पर ही बनाए गए.
ये भी पढ़ें: विधायक उमेश शर्मा SLP विवाद, जानें पूरी कहानी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र से क्या रही रार, क्यों पलटी सरकार?
इस मौके पर 66 दिव्यांग का पंजीकरण, 2 कृत्रिम अंग वितरण, 3 कान की मशीन का वितरण और 2 जोड़ी बैसाखी का वितरण किया गया. स्वास्थ्य विभाग के कैंप में 63 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. बाल विकास के कैंप में गौरा देवी कन्या धन के 70 फार्म जमा किए गए और 2 फार्म प्रधानमंत्री मातृ योजना के वितरण किए गए. पर्यटन विभाग में 10 व्यक्तियों को रोजगार संबंधित परामर्श दिया गया. उद्यान सचल जल केंद्र में 55 नए औजार का वितरण हुआ. होम्योपैथिक कैंप में 134 लोगों को निशुल्क दवा का वितरण किया गया.
वहीं, बहुउद्देशीय शिविर में अव्यवस्था भी देखने को मिली. जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों का परीक्षण किया जा रहा था, वहां विद्युत आपूर्ति नहीं होने से डॉक्टरों ने तीमारदार की मोबाइल की लाइट में मरीजों का प्रमाण पत्र बनाया. मामले में जब जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पूछा गया तो, उन्होंने कहा कि बड़े कार्यक्रम में अव्यवस्था हो जाती है. डॉक्टर अंधेरे में भी अच्छा काम कर रहे हैं.