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भगवान भरोसे चल रहा राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय, घर लौटने को मजबूर हैं छात्र

प्रदेश के चार जिलों में खोले गए राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहे हैं. पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक में खोला गया आवासीय विद्यालय की स्थिति भी जर्जर है.

residential school
सुविधाओं के अभाव में आवासीय विद्यालय
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Published : Jan 4, 2020, 2:50 PM IST

कोटद्वार: पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक में राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है. होनहार छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के मकसद से खोला गया राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय बंदी की कगार पर है. चार साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं को न तो हॉस्टल की सुविधा मिल पा रही है और न ही अध्यापक. ऐसे में बच्चे अब बीच में ही स्कूल छोड़कर वापस घर लौटने को मजबूर हैं.

भगवान भरोसे राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय

बता दें कि पूर्व सीएम हरीश रावत के कार्यकाल के दौरान कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में खोले गए विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ ही हॉस्टल की सुविधा दिए जाने का प्रावधान था, लेकिन 4 सालों में ही स्कूल की हालत बदहाल हो चुकी है.

ये भी पढ़ें: एक अदद पुल की आस में पथराई आंखें, जान जोखिम में डालने को मजबूर ग्रामीण

यहां तक की प्रदेश सरकार भी इस ओर गंभीरता दिखाने को तैयार नहीं है. ऐसे में स्कूल राजनीति की भेंट चढ़ता जा रहा है और होनहार बच्चे लगातार स्कूल छोड़ने को मजबूर होते जा रहे हैं.

कोटद्वार: पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक में राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है. होनहार छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के मकसद से खोला गया राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय बंदी की कगार पर है. चार साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं को न तो हॉस्टल की सुविधा मिल पा रही है और न ही अध्यापक. ऐसे में बच्चे अब बीच में ही स्कूल छोड़कर वापस घर लौटने को मजबूर हैं.

भगवान भरोसे राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय

बता दें कि पूर्व सीएम हरीश रावत के कार्यकाल के दौरान कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में खोले गए विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ ही हॉस्टल की सुविधा दिए जाने का प्रावधान था, लेकिन 4 सालों में ही स्कूल की हालत बदहाल हो चुकी है.

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यहां तक की प्रदेश सरकार भी इस ओर गंभीरता दिखाने को तैयार नहीं है. ऐसे में स्कूल राजनीति की भेंट चढ़ता जा रहा है और होनहार बच्चे लगातार स्कूल छोड़ने को मजबूर होते जा रहे हैं.

Intro:summary प्रदेश के 4 जनपदों में खोले गए राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहे हैं, जिसका जीता जागता उदाहरण पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक में खोला गया आवासीय विद्यालय है।

intro kotdwar पौड़ी जिले के जयहरिखाल ब्लॉक में राजकीय इंटर कॉलेज जयहरिखाल में खोले गए राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है, होनहार छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के मकसद से खोला गया राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय बंदी की कगार पर है, 4 साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं को न तो हॉस्टल की सुविधा मिल पा रही है और ना ही प्रॉपर अध्यापक, ऐसे में बच्चे अब बीच में ही स्कूल छोड़ वापस घर लौटने को मजबूर है।


Body:वीओ1- बता दें कि प्रदेश के 4 जनपदों में खोले के राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहे पूर्वती हरीश रावत के कार्यकाल के दौरान कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में खोले गये विद्यालयो में बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ ही हॉस्टल की सुविधा दिए जाने का प्रावधान था, लेकिन 4 सालों में ही स्कूल का हालत बदहाल हो चुके हैं स्कूल में ना तो प्रॉपर स्टाफ है और ना ही बच्चों के लिए हॉस्टल की सुविधा, स्कूल में एडमिशन ले चुके बच्चे आसपास के इलाकों में किराए में रह रहे हैं या फिर बीच में स्कूल छोड़ने को मजबूर हैं पढ़ने वाले ज्यादा बच्चे किराए में रहकर पढ़ाई कर रहे, 4 सालों से बच्चे हॉस्टल खुलने की आस लगाए बैठे हैं लेकिन अभी तक उम्मीद पूरी नहीं हो पाई यहां तक कि प्रदेश सरकार भी इस ओर गंभीरता दिखाने को तैयार नहीं है, ऐसे में स्कूल राजनीति की भेंट चढ़ता जा रहा है और होनहार बच्चे लगातार स्कूल छोड़ने को मजबूर होते जा रहे हैं।

बाइट शीतल छात्र

बाइट दीक्षा छात्र


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