कोटद्वार: पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक में राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है. होनहार छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के मकसद से खोला गया राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय बंदी की कगार पर है. चार साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं को न तो हॉस्टल की सुविधा मिल पा रही है और न ही अध्यापक. ऐसे में बच्चे अब बीच में ही स्कूल छोड़कर वापस घर लौटने को मजबूर हैं.
बता दें कि पूर्व सीएम हरीश रावत के कार्यकाल के दौरान कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में खोले गए विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ ही हॉस्टल की सुविधा दिए जाने का प्रावधान था, लेकिन 4 सालों में ही स्कूल की हालत बदहाल हो चुकी है.
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यहां तक की प्रदेश सरकार भी इस ओर गंभीरता दिखाने को तैयार नहीं है. ऐसे में स्कूल राजनीति की भेंट चढ़ता जा रहा है और होनहार बच्चे लगातार स्कूल छोड़ने को मजबूर होते जा रहे हैं.