श्रीनगर: उत्तराखंड में कोरोना लगातार अपने पैर पसार रहा है. श्रीनगर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में भी कोविड-19 के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में रोष है. आक्रोषित लोगों का कहना है कि कोरोना संकट और सरकार की इतनी सख्ती के बाद भी बिहार के मजदूरों को अवैध रूप से श्रीनगर लाया जा रहा है.
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से बसों में भरकर बिहार के मजदूरों को श्रीनगर लाया जा रहा है. ये मजदूरों को कोटद्वार के रास्ते श्रीनगर पहुंच रहे हैं. इसकी सूचना भी प्रशासन को नहीं दी जा रही है. आरोप है कि ये सभी मजदूर श्रीनगर में चेकिंग से बचने के लिए गंगा दर्शन के नाम पर बसों से उतर रहे हैं और क्वारंटाइन होने से बचने के लिए पैदल ही अपने घरों की तरफ जा रहे हैं. इसको लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हैं.
कोतवाली श्रीनगर पहुंचे आक्रोशित लोगों का कहना है कि श्रीनगर आ रहे मजदूर राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे इस एक सप्ताह में श्रीनगर में कोविड-19 के मामले बढ़े हैं. आधिकांश कोरोना के मरीज बिहार मूल के ही लोग हैं.
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वहीं, कोतवाली श्रीनगर के एसएसआई विनय कुमार का कहना है कि सभी मजदूरों को क्वारंटाइन कर दिया गया है. फिर भी अगर कोई क्वारंटाइन के नियमों को तोड़ता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि जो मजदूर बिना किसी सूचना के प्रदेश में दाखिल हो रहे हैं, उनकी लिस्ट बनाई जा रही है.