पौड़ीः हर साल पौड़ी के रामलीला मैदान में रामलीला का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस साल कोरोना महामारी के चलते रामलीला का मंचन तो नहीं होगा, लेकिन शाम के समय आरती की जाएगी. इसे ही रामलीला में निरंतरता माना जाएगा.
पौड़ी की प्रसिद्ध रामलीला ने इस बार 120 वर्ष में प्रवेश कर लिया है. हर साल इस रामलीला का मंचन किया जाता है. जिसमें लोग दूर-दूर से रामलीला को देखने पहुंचते थे. रामलीला कमेटी के सदस्य वीरेंद्र खंकरियाल ने बताया कि कोरोना के चलते रामलीला समिति ने ये निर्णय लिया है कि रोजाना यहां पर आरती कर रामलीला का समापन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कोरोना में रामलीला का आयोजन कराना उचित नहीं है, इसलिए रामलीला का मंचन मात्र आरती के रूप में किया जाएगा.
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हालांकि, इस निर्णय से रामलीला कमेटी से जुड़े सदस्य और स्थानीय लोग नाखुश नजर आ रहे हैं, लेकिन महामारी से लड़ने के लिए इस निर्णय को भी जरूरी बता रहे हैं. समिति के अध्यक्ष उमाचरण बर्थवाल ने बताया कि आज नवरात्र के पहले दिन रामलीला की शुरुआत की गई है. पहले दिन गणेश वंदना से इसकी शुरुआत की गई है. यह रामलीला 10 दिनों तक चलेगी. हर साल की तरह इसे भव्य रूप से तो नहीं मनाया जा रहा है, लेकिन रोजाना शाम के समय आरती कर इसे संपन्न कर निरंतरता में लाया जाएगा.