कोटद्वारः यूक्रेन-रूस जंग के बाद यूक्रेन से भारतीयों का रेस्क्यू जारी है. लगातार भारतीय एयरफोर्स यूक्रेन से भारतीयों को सकुशल वतन वापसी करा रही है. इसी के तहत कोटद्वार के रजत असवाल भी सकुशल भारत पहुंच चुके हैं. कोटद्वार पहुंचकर रजत असवाल ने वहां के हालातों को बयां किया है. रजत ने बताया कि वह युवानो से रोमानिया बॉर्डर तक 15 किमी का सफर तीन दिन में बिना कुछ खाए-पीये पैदल तय किया.
रजत असवाल शेफ फ्रेक बीच मेडिकल कॉलेज में तृतीय वर्ष के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि युवानो शहर में अभी तक बम धमाके कम हुए हैं लेकिन शहर में वाहन न होने के चलते रोमानिया बॉर्डर तक पैदल ही जाना पड़ा था. वहीं रोमानिया बॉर्डर पर ठंड व भीड़ काफी थी. ट्रेन में भी दो भारतीयों से ज्यादा को बैठने नहीं दिया जा रहा है. जिस कारण भीड़ उग्र हो रही है. रजत ने बताया कि अभी भी करीब 40 प्रतिशत भारतीय बॉर्डर में फंसे हैं.
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बता दें कि रजत गुरुवार रात ही रोमानिया बॉर्डर से मुंबई पहुंचे. रजत के पिता सुरेश असवाल का कहना है कि रजत के सकुशल घर आने पर खुशी का माहौल है. प्रधानमंत्री मोदी की बदौलत ही यूक्रेन में फंसे बच्चों की भारत सकुशल वापसी हो रही है.