श्रीनगर: गढ़वाल क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल व चार जनपदों के कोविड सेंटर बेस अस्पताल श्रीनगर में कोरोना को लेकर तैयारियां पूरी हैं. श्रीनगर बेस अस्पताल में 30 बेड के दो वॉर्ड बनाये गये हैं. जिनमें से एक वॉर्ड में कोविड सस्पेक्टेड मरीजों को रखा जायेगा. दूसरे वॉर्ड में कोविड संक्रमित मरीजों को रखा जाएगा. इन दोनों वॉर्ड के लिए 60 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा कोरोना की शिकायत वाले मरीजों की जांच के लिए फ्लू ओपीडी भी बेस अस्पताल में खोल दी गई है.
बेस अस्पताल बना गढ़वाल के जिलों का कोविड केयर सेंटर: अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि बेस अस्पताल को चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी व टिहरी जिले का कोविड सेंटर भी बनाया गया है. ऐसे में अस्पताल पर चार जनपदों के मरीज निर्भर हैं. लिहाजा तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. अस्पताल के पास ऑक्सीजन की कोई दिक्कत नहीं हैं. 500 बेड के वॉर्ड में भी प्रत्येक बेड तक ऑक्सीजन पहुंचायी गयी है. साथ ही अस्पताल के बाहर पर्वतीय क्षेत्रों में भी अगर इमरजेंसी में ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो उसके लिए 500 ऑक्सीजन सिलेंडर भी अस्पताल प्रशासन के पास मौजूद हैं. जिनका प्रयोग किया जा सकता है. अगर किसी हॉस्पिटल को इनकी जरूरत पड़ी तो उन्हें यहां से वहां भी ट्रांसफर भी किया जाएगा.
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मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में हो चुका तीन हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज: बता दें मेडिकल कॉलेज श्रीनगर को पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली का कोविड क्रिटिकल सेंटर बनाया गया है. इन जनपदों से आये कोविड क्रिटिकल मरीजों को यहां भेजा जाता है. अस्पताल के कोविड कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में कोविड की तीन लहरों में सभी जगहों से आये 3651 मरीजों का इलाज किया जा चुका है.