कोटद्वार: बिजनौर की एक तलाकशुदा महिला ने आरोप लगाया है कि कोटद्वार के एक व्यक्ति ने खुद को पौड़ी कोतवाली का दरोगा बताया और धर्म छिपाते हुए उसके साथ विवाह किया. अब सच्चाई सामने आने के बाद पीड़ित महिला ने पुलिस की शरण ली है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.
मिली जानकारी के अनुसार, बिजनौर निवासी महिला ने कोटद्वार कोतवाली में तहरीर दी. महिला ने तहरीर में बताया कि एक वर्ष पूर्व उसका अपने पति से तलाक हो गया था. जिसके बाद वह अपने लिए रिश्ता खोज रही थी. गत वर्ष अक्टूबर माह में उसके मोबाइल पर एक कॉल आई. कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह मुझे जानता है और मुझसे शादी करना चाहता है. व्यक्ति के कहने पर वह उससे मिलने कोटद्वार आई.
पहली मुलाकात में व्यक्ति ने बताया कि उसका नाम विशाल है और वह पौड़ी कोतवाली में दरोगा है. उसने बताया कि उसकी ओर से जल्दी शादी का दबाव बनाने के बाद उसने कोटद्वार स्थित एक मंदिर में शादी कर ली. फिर दोनों शिबू नगर स्थित किराए के कमरे में साथ रहने लगे. महिला की मानें तो जब वह गर्भवती हुई तो उस व्यक्ति ने उसे जबरन दवा खिलाकर उसका गर्भपात करवाया. महिला ने बताया कि चार माह बाद उसे पता चला कि उस व्यक्ति का नाम विशाल नहीं है.
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महिला का आरोप है कि आरोपी ने अपनी धर्म की बात भी उससे छिपाई है. वह गाड़ीघाट स्थित अपने मकान में रहता है. यह भी पता चला कि वह शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे हैं. महिला की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं.
वहीं इस पूरे मामले में सीओ कोटद्वार अनिल कुमार जोशी का कहना है कि मामला अनुसूचित जाति से संबंधित है, इसलिए मुकदमा एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.