श्रीनगरः कोटेश्वर सिल्काखाल पेयजल पंपिंग योजना से पेयजल आपूर्ति न होने के आरोप लगाते हुए चौरास की जनता, जनप्रतिनिधि और कांग्रेसी कीर्तिनगर एसडीएम कार्यालय में गरजे. इतना ही नहीं आक्रोशित लोगों ने कीर्तिनगर जल संस्थान कार्यालय पर तालाबंदी भी की. साथ ही सरकार और स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
गौर हो कि इससे पहले पानी की समस्या को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. जिसके तहत आज चौरास क्षेत्र में पानी को लेकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान एसडीएम कार्यालय पर घंटों धरना देकर जल संस्थान के अधिकारियों के साथ वार्ता करने का निर्णय लिया गया. जिसके बाद जल संस्थान के अधिकारी मौके पर पहुंचे और एसडीएम के सामने ग्रामीणों की वार्ता हुई. वार्ता में 15 अक्टूबर तक नया पंप लगाने का आश्वासन दिया गया. जबकि, बिलों की माफी के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजने की बात कही गई.
वहीं, जल मिशन के तहत बन रहे पेयजल योजना को आगामी मार्च 2024 तक पूरा करने की बात अधिकारियों ने लिखित रूप में की. जिसके बाद धरना समाप्त हो गया. इससे पहले क्षेत्र पंचायत सदस्य सांक्रों और कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह भंडारी ने जल संस्थान पर आरोप लगाया कि कोटेश्वर सिल्काखाल पेयजल पंपिंग योजना के पंप, मोटर और ट्रांसफार्मरों खराब पड़े हैं. जिसके कारण लंबे समय से चौरास क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति ठप है. लिहाजा, लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
उनका कहना था कि हैंड पंपों के सहारे लोग पानी की आपूर्ति कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से जल्द नए पंप, मोटर और ट्रांसफार्मरों को मंगवाने की मांग की. साथ ही मई से सितंबर तक के पानी के बिल माफ करने, 37 करोड़ की लंबित पड़ी पेयजल पंपिंग योजना के कार्य जल्द पूरा करने की मांग भी रखी. उन्होंने कहा कि यदि जल्द से जल्द ही उनकी मांगों पर अमल नहीं होगा तो चौरास क्षेत्र की जनता उग्र आंदोलन करेगी.