ETV Bharat / state

श्रीनगर में डर के साए में जी रहे हजारों लोग, हाईटेंशन लाइन हटाने की मांग - People of Srikot demanded removal of high tension line

श्रीनगर के श्रीकोट इलाके में 300 घरों के ऊपर से जा रही 33 केवी की हाईटेंशन लाइन के कारण हजारों लोग डर के साए में जी रहे हैं. बरसात के दौरान लोगों का डर दोगुना हो जाता है.

Srinagar
श्रीनगर
author img

By

Published : Jul 27, 2021, 3:28 PM IST

श्रीनगरः पौड़ी की श्रीनगर नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले श्रीकोट इलाके के लोग पिछले एक दशक से डर के साए में जीने को मजबूर हैं. लोगों की माने तो बरसात के दिनों में यहां के परिवारों में डर और भी बढ़ जाता है.

दरअसल श्रीकोट के 300 से ज्यादा घरों के ऊपर से 33 केवी की हाईटेंशन लाइन जा रही है. बरसात के दिनों में इन तारों का टूटने का डर इन 300 घरों के हजारों लोगों को सताता रहता है. हालांकि एक बार ये लाइन टूट भी चुकी है. गनीमत रही कि लाइन टूटने से कोई जनहानि नहीं हुई. ये हाईटेंशन लाइन श्रीकोट के मेडिकल कॉलेज से शुरू होकर तोलियों तक जाती है, जिसकी लंबाई 1 किलोमीटर है.

इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार स्थानीय विधायक एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत सहित विभागीय अधिकारियों से मिल चुके हैं. लेकिन उसके बावजूद भी कोई हल नहीं निकला है. स्थानीय निवासी सुनीता गैरोला का कहना है कि बरसात के दिनों में रातभर स्थानीय लोग सो नहीं पाते हैं. बच्चों को छत पर जाने नहीं दिया जाता है. सुनीता का कहना है कि हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से कई बंदर मर भी चुके हैं. लोगों का कहना है कि अगर अब भी सरकार ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः ऋषिकेश-बदरीनाथ NH पर बने नए लैंडस्लाइड जोन का जल्द होगा ट्रीटमेंट

वहीं मामले पर एसडीएम रविंद्र सिंह का कहना है कि श्रीकोट के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन वास्तव में खतरा है. उनका कहना है कि अगर विद्युत विभाग को राजस्व विभाग की कोई भी मदद चाहिए, तो की जाएगी.

श्रीनगरः पौड़ी की श्रीनगर नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले श्रीकोट इलाके के लोग पिछले एक दशक से डर के साए में जीने को मजबूर हैं. लोगों की माने तो बरसात के दिनों में यहां के परिवारों में डर और भी बढ़ जाता है.

दरअसल श्रीकोट के 300 से ज्यादा घरों के ऊपर से 33 केवी की हाईटेंशन लाइन जा रही है. बरसात के दिनों में इन तारों का टूटने का डर इन 300 घरों के हजारों लोगों को सताता रहता है. हालांकि एक बार ये लाइन टूट भी चुकी है. गनीमत रही कि लाइन टूटने से कोई जनहानि नहीं हुई. ये हाईटेंशन लाइन श्रीकोट के मेडिकल कॉलेज से शुरू होकर तोलियों तक जाती है, जिसकी लंबाई 1 किलोमीटर है.

इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार स्थानीय विधायक एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत सहित विभागीय अधिकारियों से मिल चुके हैं. लेकिन उसके बावजूद भी कोई हल नहीं निकला है. स्थानीय निवासी सुनीता गैरोला का कहना है कि बरसात के दिनों में रातभर स्थानीय लोग सो नहीं पाते हैं. बच्चों को छत पर जाने नहीं दिया जाता है. सुनीता का कहना है कि हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से कई बंदर मर भी चुके हैं. लोगों का कहना है कि अगर अब भी सरकार ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः ऋषिकेश-बदरीनाथ NH पर बने नए लैंडस्लाइड जोन का जल्द होगा ट्रीटमेंट

वहीं मामले पर एसडीएम रविंद्र सिंह का कहना है कि श्रीकोट के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन वास्तव में खतरा है. उनका कहना है कि अगर विद्युत विभाग को राजस्व विभाग की कोई भी मदद चाहिए, तो की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.