श्रीनगर: देवप्रयाग के सौड़ गांव के ग्रामीणों ने रोजगार और मुआवजा ना मिलने के कारण ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य रोक दिया. गुस्साए ग्रामीणों ने तेज बारिश में भी रेलवे लाइन कार्य स्थल में पहुंच कर नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों का कहना था कि रेलवे विकास निगम द्वारा साल 2013 में भूमि का अधिग्रहण किया गया, लेकिन ग्रामीणों को आज तक पूरा मुआवजा नहीं दिया.
बताते चलें कि इन दिनों ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य प्रगति पर है. ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. पीएम इस योजना को हर हाल में 2024-25 तक पूरा करना चाहते हैं. ये रेल लाइन ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 126 किलोमीटर लंबी होगी. इसमें रेलवे लाइन के कुल 9 पैकेज हैं.
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गुस्साए ग्रामीण ने आरोप लगाया कि वे लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन इसके बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है. अधिकारियों ने हर बार उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही उन्हें मुआवजा और रेलवे में रोजगार देंगे, लेकिन आज तक किसी को रोजगार नहीं दिया गया है. अन्य प्रदेशों के लोगों को यहां रोजगार दिया जा रहा है. ग्रामीण अर्जुन नेगी ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो सभी ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठेंगे.