कोटद्वार: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. इसी को लेकर राजनीतिक पार्टियों द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगने भी शुरू हो गए हैं. वहीं लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग की सुस्त चाल से लोगों में सरकार के खिलाफ खासा रोष है. लोगों का कहना है कि इस मार्ग को गति न मिलने से उनको लाभ नहीं मिल पा रहा है. जबकि वो लंबे समय से मार्ग की मांग करते आए हैं.
वर्तमान सरकार ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कहा था कि राज्य में अगर भाजपा सरकार बनती है तो 6 महीने के लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वहीं 6 महीने के अंदर ही कोटद्वार को जिला बना दिया जाएगा. कोटद्वार को जिला तो नहीं बनाया, लेकिन नगर निगम का तोहफा कोटद्वार विधानसभा को दिया. वहीं लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग जिस स्थिति में 2017 में था आज भी उसी स्थिति में है. अब जनता वर्तमान सरकार को चुनावी वादा याद दिला रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि भाजपा सरकार ने चुनाव के दौरान बड़े-बड़े वायदे किए थे लेकिन एक भी वायदा अपना पूरा नहीं किया. जगदीश मेहरा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने चुनाव के दौरान कई वादे किए थे, लेकिन उन्हें आज तक धरातल पर नहीं उतारा गया. जिससे लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेता चुनाव के दौरान वादे तो करते हैं, लेकिन जीतने के बाद भूल जाते हैं.
पढ़ें: आईएमए की सरकार से अपील, 27 करोड़ लोगों को मुफ्त दी जाए वैक्सीन
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान विधायक के चमत्कार से जो कार्य हुए है, उनका कोई जवाब नहीं है. वहीं सड़क पिछले 4 सालों से जिस स्थिति में थी आज भी उसी स्थिति में है.