कोटद्वार: पलायन के मामले में प्रदेश का पौड़ी जनपद पहले पायदान पर है. यहां के गांवों की सबसे बड़ी समस्या मूलभूत सुविधाओं की है. इन गांवों में न तो पेयजल पहुंच रहा है और न ही बिजली और सड़क की समस्या दूर हो पा रही है. ये हाल प्रदेश के कई गांवों का है. इसी क्रम में जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल जिला मुख्यालय से दूरस्थ गांव विस्ताना पहुंचे और यहां की समस्याओं को जाना.
जनपद के सैकड़ों गांव खाली हो चुके हैं. इन गांव में रिवर्स पलायन हो, इसके लिए राज्य सरकार पर्यटन विभाग के जरिये गांव को गोद लेने की तैयारी में जुटा है. इसी के तहत जिलाधिकारी पौड़ी विस्ताना गांव पहुंचे. जिलाधिकारी को अपने बीच देखकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का फूल-मालाओं से स्वागत किया और उन्हें अपनी समस्याएं बताईं.
जिलाधिकारी के गांव पहुंचने की सूचना मिलते ही आसपास के लोग एकत्रित हो गए और जिलाधिकारी को देखकर अपनी खुशी जाहिर की. साथ ही जिलाधिकारी के समक्ष पानी की समस्या रखीं. जिलाधिकारी ने जल संस्थान को गांव में पानी की समस्या दूर करने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
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विस्ताना गांव निवासी विक्की रावत ने कहा कि अगर उनके गांव को गोद लिया जाता है, तो यहां से जो लोग पलायन कर चुके हैं, उनको वापस आसानी से बुलाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो 50 फीसदी लोग गांव वापस लौट आयेंगे.
इस मौके पर जिलाधिकारी गर्ब्याल ने कहा कि पलायन की मार झेल रहे गांव में पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, लेकिन पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में गांव खाली हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार कोशिश कर रही है कि इन गांवों में जल्द ही रिवर्स पलायन हो.