पौड़ी: जनपद की सड़कों पर अब शराब पीकर वाहन चलाया तो खैर नहीं. जी हां, डीएम डॉ. आशीष चौहान ने जिले में ड्रंक एंड ड्राइव मामले पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. इसके लिए डीएम ने संबंधित विभागों को एक टीम के रूप में काम करने के निर्देश दिए हैं. डीएम ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में पुलिस, आरटीओ और राजस्व प्रशासन को शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बैठक में डीएम ने कहा पहले तो चालानी कार्रवाई होगी, यदि चालक नहीं मानें तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता हैं. डीएम ने कहा पुलिस, परिवहन, आबकारी और राजस्व प्रशासन पहले तो स्थानीय स्तर पर ऐसे रूटों को चिन्हित करें, जिनमें यातायात अधिक होता है. इसके बाद उन रूटों का भी पता लगाए जिनमें शराबी अक्सर नशे में वाहन चलाते हैं. साथ ही टीम यह भी पता करेगी कि किस-किस अवसर या समारोह में शराब पीने वालों का ग्राफ ऊपर जाता है. इसके बाद प्रशासन की टीम उन क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाकर नशे में वाहन चलाने वालों पर रोक लगाएगी.
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बता दें कि पौड़ी जिले में इस साल जनवरी से मार्च माह के मध्य तक टीम ने 8,412 चालान किये हैं. जिसमें नशे में वाहन चलाने समेत अन्य मामलों के चालान शामिल हैं. परिवहन विभाग ने 1,603 और पुलिस ने 6,809 चालान किए हैं. जबकि जनवरी से मार्च तक नशे में वाहन चलाने पर पुलिस 67 तो परिवहन विभाग ने महज 17 चालान किए हैं. ड्रंक एंड ड्राइव मामलों में कम चालान करने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई है.
पौड़ी डीएम आशीष चौहान ने ड्रंक एंड ड्राइव मामले में प्रशासन के उदासीनता पर जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा मार्च के अंत भी सभी विभागों का नशे के खिलाफ चालान का ग्राफ बढ़ाना होगा. इसके लिए डीएम ने विभागों को चालान का लक्ष्य भी तय किया. जिसमें पुलिस को 100 चालान करने का लक्ष्य दिया गया. वहीं, परिवहन को 50, एसडीएम श्रीनगर को 75, लैंसडाउन 70, कोटद्वार 100, यमकेश्वर 100, सतपुली 70 और एसडीएम पौड़ी को 50 चालान करने का लक्ष्य दिया है.