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कोटद्वार: सड़क पर 'मौत' बनकर दौड़ रहे ओवरलोड वाहन, आंखे मूंदे बैठा प्रशासन

कोटद्वार की सड़कों पर ओवरलोड वाहन मौत बनकर दौड़ रहे हैं. वहीं, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का दावा भी इस मामले में हवा साबित होता दिख रहा है. ऐसे में इन वाहनों पर नकेल कसने में स्थानीय प्रशासन भी नाकाम साबित हो रहा है.

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ओवरलोड वाहन
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Published : Jan 19, 2020, 12:49 PM IST

कोटद्वार: इन दिनों नगर की सड़कों पर ओवरलोड वाहन सरपट दौड़ रहे हैं. इन ओवरलोड वाहनों की चपेट में आकर कई लोग घायल हो चुके है. वहीं, इस भारी भरकम वाहनों के बोझ से सड़कें की क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन इन ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने के बजाए मूकदर्शक बना हुआ है.

नगर में ओवरलोड वाहन कौड़िया स्थित एआरटीओ और पुलिस चेक पोस्ट से होकर गुजरते हैं, लेकिन वहां बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की नजर इन ओवरलोड वाहनों पर नहीं पड़ती. वहीं, ये ओवरलोड वाहन सड़कों पर आसानी से दौड़ते देखे जा सकते हैं.

ओवरलोड वाहन.

ये भी पढ़े: रोड के चौड़ीकरण में विभाग के छूट रहे पसीने, NH-58 पर आवाजाही बंद करने की मांग

इस मामले में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि ओवरलोड वाहनों पर हमारी जो सड़क सुरक्षा समिति है. वह उस पर बराबर नजर रखे हुए है. हमारी लगातार ओवरलोड वाहनों को लेकर मुख्यालय में बैठक भी होती हैं. हमारा लक्ष्य है 2020 तक हादसे में मौत और दुर्घटनाएं पर 50 फ़ीसदी तक कमी आए. जो पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र हैं वहां पर जो सड़कें हैं, ब्लैक स्पॉट, डेंजर जोन और घुमावदार मोड़ है. उनको हम दुरुस्त करने जा रहे हैं.

भले ही परिवहन मंत्री कह रहे हैं कि ओवरलोड वाहनों पर हमारी सड़क सुरक्षा समिति लगातार निगरानी कर रही हैं, लेकिन ऐसा धरातल पर कहीं भी देखने को नहीं मिल रहा है. कोटद्वार में ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ते हुए सरेआम देखे जा सकते हैं. अब देखने वाली बात ये होगी कि आखिर कब शासन और प्रशासन ओवरलोड पर अंकुश लगता है ?

कोटद्वार: इन दिनों नगर की सड़कों पर ओवरलोड वाहन सरपट दौड़ रहे हैं. इन ओवरलोड वाहनों की चपेट में आकर कई लोग घायल हो चुके है. वहीं, इस भारी भरकम वाहनों के बोझ से सड़कें की क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन इन ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने के बजाए मूकदर्शक बना हुआ है.

नगर में ओवरलोड वाहन कौड़िया स्थित एआरटीओ और पुलिस चेक पोस्ट से होकर गुजरते हैं, लेकिन वहां बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की नजर इन ओवरलोड वाहनों पर नहीं पड़ती. वहीं, ये ओवरलोड वाहन सड़कों पर आसानी से दौड़ते देखे जा सकते हैं.

ओवरलोड वाहन.

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इस मामले में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि ओवरलोड वाहनों पर हमारी जो सड़क सुरक्षा समिति है. वह उस पर बराबर नजर रखे हुए है. हमारी लगातार ओवरलोड वाहनों को लेकर मुख्यालय में बैठक भी होती हैं. हमारा लक्ष्य है 2020 तक हादसे में मौत और दुर्घटनाएं पर 50 फ़ीसदी तक कमी आए. जो पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र हैं वहां पर जो सड़कें हैं, ब्लैक स्पॉट, डेंजर जोन और घुमावदार मोड़ है. उनको हम दुरुस्त करने जा रहे हैं.

भले ही परिवहन मंत्री कह रहे हैं कि ओवरलोड वाहनों पर हमारी सड़क सुरक्षा समिति लगातार निगरानी कर रही हैं, लेकिन ऐसा धरातल पर कहीं भी देखने को नहीं मिल रहा है. कोटद्वार में ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ते हुए सरेआम देखे जा सकते हैं. अब देखने वाली बात ये होगी कि आखिर कब शासन और प्रशासन ओवरलोड पर अंकुश लगता है ?

Intro:summary कोटद्वार में इन दिनों ओवरलोड वाहन सड़कों पर सरपट दौड़ रहे हैं इन ओवरलोड वाहनों से सड़कों पर हरदम दुर्घटना होने का भय बना रहता है वहीं सड़कों पर भारी भरकम गड्ढे भी हो गए हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन कार्यवाही के बजाय मूकदर्शक बना हुआ है।

intro kotdwar कोटद्वार में इन दिनों ओवरलोड का खेल जोर शोर से चल रहा है, भारी भरकम डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉली ओवरलोड सड़कों पर सरपट दौड़ रही है, इन ओवरलोड वाहनों से सड़कें पुलिया टूट कर क्षतिग्रस्त हो गई है, सड़कों पर जगह-जगह भारी-भरकम गड्ढे बन गए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन कार्यवाही के बजाए मुख दर्शक बना हुआ है। बता दें कि प्रदेश में ओवरलोड प्रतिबंधित है, उसके बावजूद भी ओवरलोड वाहन कौड़िया स्थिति एआरटीओ और पुलिस चैक पोस्ट से होकर गुजरते हैं,वहां बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की नजर इन ओवरलोड वाहनों पर नहीं पड़ती, कोटद्वार में ओवरलोड वाहन सड़कों पर आसानी से देखे जा सकते हैं।


Body:वीओ1- वही पूरे मामले पर परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि ओवरलोड वाहनों पर हमारी जो सड़क सुरक्षा समिति है वह उस पर बराबर नजर रखी है, हमारी लगातार ओवरलोड को लेकर मुख्यालय में बैठक भी होती हैं, जो हमारा लक्ष्य है 2020 तक जो हादसे हो रहे है, मौतें हो रही हैं दुर्घटनाएं हो रही है उस पर 50 फ़ीसदी कमी आए, यह हमारा लक्ष्य है। हमारा जो पर्वतीय क्षेत्र मैदानी क्षेत्र हैं वहां पर जो सड़कें हैं ब्लैक स्पॉट हैं डेंजर जोन घुमावदार मोड़ है उनको हम दुरुस्त करने जा रहे हैं।

भले ही परिवहन मंत्री कह रहे हैं कि ओवरलोड वाहनों पर हमारी सड़क सुरक्षा समिति लगातार निगाहें बनाए रखी हैं मुख्यालय में ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाने के लिए बैठक होती रहती हैं सड़कों को सुधारने का प्रयास किया जा रहा हो, लेकिन ऐसा धरातल पर कहीं भी देखने को नहीं मिल रहा है, कोटद्वार में ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ते हुए सरेआम देखे जा सकते हैं ओवरलोड वाहनों से सड़कों पर भारी-भरकम गड्ढे बने हुए आसानी से देखे जा सकते हैं, अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर कब शासन और प्रशासन ओवरलोड पर अंकुश लगता है।


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