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पौड़ी खेल महाकुंभ: अधिकारियों पर लगा पांच लाख रिश्वत मांगने का आरोप, पीड़ित ने दी आत्महत्या की चेतावनी

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Published : Jun 28, 2019, 7:49 AM IST

नवम्बर 2018  में पौड़ी में आयोजित खेल महाकुम्भ में स्कूली बच्चों की भोजन व्यवस्था के ठेका हेमन्त नेगी को मिला था. आरोप है कि ठेके का भुगतान करने की एवज में अधिकारियों ने कैंटीन संचालक से रिश्वत के रूप में 5 लाख रुपये मांगे.

पीड़ित हेमंत नेगी

पौड़ी: जिले में खेल महाकुंभ के दौरान भोजन व्यवस्था में रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. कैंटीन मालिक ने अधिकारियों पर पांच लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. आरोप है कि संचालक द्वारा अधिकारियों को पूरी रकम ना दे पाने के कारण उसकी कैंटीन को बंद कर दिया गया है. जिसके बाद अब कैंटीन संचालक हेमंत ने न्याय ना मिलने पर आत्महत्या की चेतावनी दी है.

अधिकारियों पर लगा पांच लाख रिश्वत मांगने का आरोप

पढ़ें- चोराबाड़ी झील की सच्चाई जानने भेजी गई वैज्ञानिकों की टीम, जल्द हटेगा राज से पर्दा

कैंटीन संचालक हेमंत नेगी ने बताया कि पूर्व में पौड़ी के विकास भवन में संचालित हो रही कैंटीन को ही इंदिरा अम्मा भोजनालय कर दिया गया. जिसे उनकी पत्नी और महिला समूह की ओर से चलाया जा रहा था. साल 2018 में आयोजित हुए खेल महाकुंभ में भोजन का ठेका भी उन्हीं को दिया गया.

कैंटीन मालिक ने आरोप लगाया कि खाने की व्यवस्था के लिए उन्हें 11 लाख 75 का भुगतान किया गया. जिसमें उनसे 5 लाख कमिशन के रूप में मांगा गया. उन्होंने कहा कि विभाग के दबाव में वे अभी तक ढाई लाख रुपये दे चुके हैं. लेकिन पूरी रिश्वत ना देने के कारण विभाग के अधिकारियों ने उनकी कैंटीन को बंद कर दिया है. हेमंत ने कहा कि इस मामले में अगर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे विकास भवन की छत से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे.

जानकारी के अनुसार खाने की व्यवस्था का बिल कम होने के बाद भी युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से बिल बढ़ा कर दिया गया. जिस कारण उक्त ठेकेदार का खाता भी सीज करवाया दिया गया और बाद में खोल दिया गया.

वहीं जिला युवा कल्याण अधिकारी गणेश प्रसाद ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है. जिसकी जांच के लिए विभागीय टीम का गठन कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी निकलकर सामने आएगा, उसे निदेशालय भेजा जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पौड़ी: जिले में खेल महाकुंभ के दौरान भोजन व्यवस्था में रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. कैंटीन मालिक ने अधिकारियों पर पांच लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. आरोप है कि संचालक द्वारा अधिकारियों को पूरी रकम ना दे पाने के कारण उसकी कैंटीन को बंद कर दिया गया है. जिसके बाद अब कैंटीन संचालक हेमंत ने न्याय ना मिलने पर आत्महत्या की चेतावनी दी है.

अधिकारियों पर लगा पांच लाख रिश्वत मांगने का आरोप

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कैंटीन संचालक हेमंत नेगी ने बताया कि पूर्व में पौड़ी के विकास भवन में संचालित हो रही कैंटीन को ही इंदिरा अम्मा भोजनालय कर दिया गया. जिसे उनकी पत्नी और महिला समूह की ओर से चलाया जा रहा था. साल 2018 में आयोजित हुए खेल महाकुंभ में भोजन का ठेका भी उन्हीं को दिया गया.

कैंटीन मालिक ने आरोप लगाया कि खाने की व्यवस्था के लिए उन्हें 11 लाख 75 का भुगतान किया गया. जिसमें उनसे 5 लाख कमिशन के रूप में मांगा गया. उन्होंने कहा कि विभाग के दबाव में वे अभी तक ढाई लाख रुपये दे चुके हैं. लेकिन पूरी रिश्वत ना देने के कारण विभाग के अधिकारियों ने उनकी कैंटीन को बंद कर दिया है. हेमंत ने कहा कि इस मामले में अगर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे विकास भवन की छत से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे.

जानकारी के अनुसार खाने की व्यवस्था का बिल कम होने के बाद भी युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से बिल बढ़ा कर दिया गया. जिस कारण उक्त ठेकेदार का खाता भी सीज करवाया दिया गया और बाद में खोल दिया गया.

वहीं जिला युवा कल्याण अधिकारी गणेश प्रसाद ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है. जिसकी जांच के लिए विभागीय टीम का गठन कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी निकलकर सामने आएगा, उसे निदेशालय भेजा जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Intro:खेल महाकुम्भ में भोजन व्यवस्था मे बड़ा घोटाला सामने आया है जिसमें की कैंटीन मालिक ने अधिकारियों की ओर से 5 लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। पौडी विकास भवन में संचालित कैन्टीन व इन्दरा मम्मा भोजनालय के संचालक हेमन्त नेगी नें युवा कल्याण विभाग के प्रशासनिक अधिकारी, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी अर्थसंख्या अधिकारी पर 5 लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। आरोप है की नवम्बर    2018  में पौडी में आयोजित खेल महाकुम्भ में स्कूली बच्चों की भोजन व्यवस्था के ठेका हेमन्त नेगी को मिला था केंटीन मालिक ने बताया कि बुगतान करने के एवज में अधिकारियों की ओर से रिश्वत के रूप में 5 लाख रुपये मांगे गए। जिसकी शिकायत  जिलाधिकारी और जिला युवा कल्याण अधिकारी को कर दी है।


Body:केंटीन ठेकेदार हेमंत नेगी ने बताया कि पूर्व में पौड़ी के विकास भवन में संचालित हो रही कैंटीन को ही इंदिरा अम्मा भोजनालय कर दिया गया जिसे उनकी पत्नी और महिला समूह की ओर से चलाया जा रहा था। और साल 2018 में आयोजित हुए खेल महाकुंभ में भोजन का ठेका भी उन्ही को दिया गया लेकिन केंटीन मालिक ने आरोप लगाया है कि खाने की व्यवस्था के लिए उन्हें 11 लाख 75 का भुगतान दिया गया जिसमें उनसे  5 लाख कमिशन के रूप में मांगा गया। विभाग के दबाव में अभी तक ढाई लाख रूपये दे चुके है  जिनका सारा  रिकार्ड  उनकी पास बुक में भी है। कहा कि इस मामले की जांच कर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है तो वह विकास भवन की छत से कूदकर आत्महत्या कर देंगे।
बाईट-हेमंत नेगी(केंटीन संचालक)


Conclusion:वही मामले में ये भी पता चला कि खाने की व्यवस्था का बिल कम होने के बाद भी  युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से बिल बढा कर दिया जिस कारण उक्त ठेकेदार का खाता भी सीज करवाया दिया गया और बाद में खोल दिया गया। वहीं जिला युवा कल्याण अधिकारी  गणेश प्रशाद  ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विभागीय टीम का गठन कर दिया गया है और जो भी जांच में निकल कर आता है उसे निदेशालय भेज दिया जाएगा  इसके साथ ही जो भी इस मामले में दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बाईट- गणेश प्रसाद थपलियाल (ज़िला युवा कल्याण अधिकारी)
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