पौड़ी/रुद्रपुर: पौड़ी जनपद में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारी संगठन ने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर अनाखा प्रदर्शन शुरू किया है. संगठन का कहना है कि अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर वो शासन-प्रशासन को कई बार पत्र भेज चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई न होता देख वो 28 से 31 मई तक काटी पट्टी बांधकर आधा दिन ही कार्य करेंगे.
एनएचएम (national health mission) कर्मचारियों ने बताया कि उनकी मांग 60 साल तक के कार्य की अवधि और समान कार्य के लिए समान वेतन दिए जाने की है. उनका वेतन काफी कम है. बावजूद इसके वो स्वास्थ्य विभाग और सरकार को निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. स्वास्थ्य कर्मचारियों के भविष्य को देखते हुए सरकार को उनकी 2 सूत्रीय मांगों को पूरा करना चाहिए.
रुद्रपुर में भी संविदा कर्मचारियों का प्रदर्शन
उधर, रुद्रपुर में भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. इस दौरान कर्मचारियों ने सीएमओ के माध्यम से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन भी प्रेषित किया. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो वह एक जून से पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर देंगे.
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संगठन के संरक्षक दान सिंह भण्डारी ने बताया कि वह लंबे समय से इन सभी बिन्दुओं को लेकर सरकार से कई दौर की बैठक भी कर चुके हैं, लेकिन सरकार द्वारा अब तक उनकी मांगों को अनदेखा किया गया. उन्होंने बताया कि वह सरकार की अनदेखी का विरोध हाथों में काली पट्टी बांध कर कार्य कर रहे हैं, ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों पर इसका असर न पड़े. उन्होंने बताया कि संविदा कर्मचारियों का भी सामूहिक स्वास्थ्य बीमा/गोल्डन कार्ड की सुविधा दी जाए.
इसके अलावा सेवा के दौरान मृत्यु हो जाने पर कर्मचारियों के परिवारों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता एवं रोजगार दें. साल 2018 से लंबित लॉयल्टी बोनस का भुगतान किया जाए. विभागीय ढांचे में सविदा कर्मचारियों के लिए एक्स कैडर का गठन किया जाना चाहिए. इसके अलावा कई और भी मांगे हैं.
रुद्रप्रयाग में भी एनएचएम कर्मियों का विरोध
रुद्रप्रयाग में भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारी संगठन ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. इस दौरान कोविड-19 सैंपलिंग, चेक पोस्ट स्क्रीनिंग, सर्विलांस रिपोर्टिंग, काउंसलिंग, होम आइसोलेशन सहित विभिन्न कार्यों में लगे एनएचएम कर्मचारी आधे दिन बाद होम आइसोलेशन पर चले गए. उनके हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं काफी प्रभावित रहीं.