पौड़ी: जिले में अब नवजात शिशुओं को संक्रमण रोगों से आसानी से बचाया जा सकेगा. इसके लिए महिला चिकित्सालय में न्यूबॉर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट की शुरुआत की गयी है. जिसमें ठंड से होने वाली बीमारियों और संक्रमण रोगों का उपचार किया जाएगा. जन्म लेते ही बच्चे निमोनिया, पीलिया आदि बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं. जिसके इलाज के लिए तिमारदारों को दर-दर भटकना पड़ता है. तिमारदारों की परेशानी को देखते हुए जिला महिला चिकित्सालय में संक्रमण रोगों के उपचार के लिए दो अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं. जहां बाल रोग विशेषज्ञ की देखरेख में नवजात शिशुओं का उपचार किया जाएगा.
जिला महिला चिकित्सालय में शुरू किये गये न्यूबॉर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट से जिले के दूर-दराज से आने वाले लोगों को राहत मिलेगी. यहां शुरू की गई यूनिट में नवजात बच्चों के कम वजन, निमोनिया, पीलिया आदि रोगों का उपचार किया जाएगा. अब तक नवजात बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों की मदद लेनी पड़ती थी, लेकिन अब इस यूनिट की शुरुआत होने के बाद लोगों को प्राइवेट अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिक्षक मेघना असवाल ने बताया कि एक माह तक के बच्चों को ठंड लगने से निमोनिया, पीलिया आदि बीमारी होने का खतरा रहता है. पौड़ी जैसे ठंडे स्थानों पर इस तरह की शिकायतें ज्यादा आती हैं. जिसे देखते हुए न्यूबॉर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट की शुरुआत की गई है. उन्होंने बताया कि अब जिला अस्पताल में आसानी से बाल रोग विशेषज्ञ की देखरेख में नवजात बच्चों का इलाज किया जा सकेगा.