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जरूरी खबर: सुरक्षा के मद्देनजर नेशनल हाईवे-58 बंद, इन रास्तों का करें उपयोग

दिल्ली-बदरीनाथ नेशनल हाईवे-58 भूस्खलन के कारण अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. टिहरी जिला प्रशासन ने एनएच-58 को अग्रिम आदेश तक बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. हाईवे बंद होने से लोगों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है.

श्रीनगर
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Published : Aug 27, 2021, 6:35 PM IST

टिहरीः दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ-हरिद्वार-बदरीनाथ नेशनल हाईवे-58 को लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने आंशिक रूप से बंद कर दिया है. श्रीनगर, रुद्रप्रयाग जाने वाले यात्रियों को देहरादून वाया हरिद्वार वाया कोटद्वार वाया पौड़ी से भेजा जा रहा है. इसके इलावा यात्री श्रीनगर, मलेथा, टिहरी, धनौल्टी, मसूरी होते हुए देहरादून मार्ग का प्रयोग भी कर सकते हैं.

प्रशासन द्वारा आदेश जारी करते हुए अग्रिम आदेश तक इस मार्ग के प्रयोग में रोक लगा दी है. बता दें कि NH-58 पिछले चार दिनों से टिहरी के देवप्रयाग के पास पहाड़ियों के दरकने से बंद है.

अगले आदेश तक नेशनल हाईवे-58 बंद

टिहरी प्रशासन ने जारी किया आदेशः टिहरी जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कहा कि तपोवन से मथेला तक तत्काल अग्रिम आदेश तक एनएच-58 को बंद किया गया है. एनएच-58 तोताघाटी, शिवमूर्ति, कोडियाला, व्यासी, गुल्लर और साकनीधार के पास बार-बार मलबा आने से मार्ग बंद हो रहा है.

इन रास्तों का करें प्रयोगः एनएच-58 के बदले सबसे सुरक्षित रूट श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार, हरिद्वार, देहरादून है. फिलहाल इस मार्ग में टूट-फूट, पहाड़ियों के दरकने की रिपोर्ट एक सप्ताह के बीच नहीं आई है. बारिश के दिनों में ये रूट यात्रियों के लिए सबसे सुरक्षित माना जा रहा है. जबकि मलेथा, टिहरी, चंबा, धनौल्टी, मसूरी रूट के बंद और खुलने की दिक्कत देखने को मिल रही है. रोड के खुलने के बाद भी आप जाम से दो-चार हो सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः रानीपोखरी पुल टूटने की सरकार कराएगी जांच, त्रिवेंद्र बोले- नए पुल पर जल्द काम

चार धामों को जोड़ता है रास्ताः नेशनल हाईवे एनएच-58 को ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे भी कहा जाता है. उत्तराखंड में इसकी शुरुआत ऋषिकेश से होते हुए देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, जोशीमठ, बदरीनाथ तक होती है. जबकि इस मार्ग के जरिए बदरीनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री, केदारनाथ भी जाया जाता है. फिलहाल इन सभी जगह के लोग इस मार्ग के बंद होने से प्रभावित हुए हैं.

जारी है मरम्मत का कामः NH-58 के जरिए ही जनपद पौड़ी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग देश के दूसरों हिस्सों से कनेक्ट होता है. ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच 6 डेंजर जोन चिन्हित किए गए हैं. जिसमे तोता घाटी, शिव मूर्ति, कौडियाला, शिवपुरी के आसपास का इलाका, देवप्रयाग के कुछ हिस्से शामिल हैं. इसके ट्रीटमेंट के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय और राज्य सरकार काम कर रही है.

देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि प्रशासन के आदेश के मुताबिक अग्रिम आदेश तक ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग को बंद कर दिया गया है. इस दौरान इस मार्ग पर मलबा हटाने का काम किया जा रहा है.

टिहरीः दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ-हरिद्वार-बदरीनाथ नेशनल हाईवे-58 को लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने आंशिक रूप से बंद कर दिया है. श्रीनगर, रुद्रप्रयाग जाने वाले यात्रियों को देहरादून वाया हरिद्वार वाया कोटद्वार वाया पौड़ी से भेजा जा रहा है. इसके इलावा यात्री श्रीनगर, मलेथा, टिहरी, धनौल्टी, मसूरी होते हुए देहरादून मार्ग का प्रयोग भी कर सकते हैं.

प्रशासन द्वारा आदेश जारी करते हुए अग्रिम आदेश तक इस मार्ग के प्रयोग में रोक लगा दी है. बता दें कि NH-58 पिछले चार दिनों से टिहरी के देवप्रयाग के पास पहाड़ियों के दरकने से बंद है.

अगले आदेश तक नेशनल हाईवे-58 बंद

टिहरी प्रशासन ने जारी किया आदेशः टिहरी जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कहा कि तपोवन से मथेला तक तत्काल अग्रिम आदेश तक एनएच-58 को बंद किया गया है. एनएच-58 तोताघाटी, शिवमूर्ति, कोडियाला, व्यासी, गुल्लर और साकनीधार के पास बार-बार मलबा आने से मार्ग बंद हो रहा है.

इन रास्तों का करें प्रयोगः एनएच-58 के बदले सबसे सुरक्षित रूट श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार, हरिद्वार, देहरादून है. फिलहाल इस मार्ग में टूट-फूट, पहाड़ियों के दरकने की रिपोर्ट एक सप्ताह के बीच नहीं आई है. बारिश के दिनों में ये रूट यात्रियों के लिए सबसे सुरक्षित माना जा रहा है. जबकि मलेथा, टिहरी, चंबा, धनौल्टी, मसूरी रूट के बंद और खुलने की दिक्कत देखने को मिल रही है. रोड के खुलने के बाद भी आप जाम से दो-चार हो सकते हैं.

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चार धामों को जोड़ता है रास्ताः नेशनल हाईवे एनएच-58 को ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे भी कहा जाता है. उत्तराखंड में इसकी शुरुआत ऋषिकेश से होते हुए देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, जोशीमठ, बदरीनाथ तक होती है. जबकि इस मार्ग के जरिए बदरीनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री, केदारनाथ भी जाया जाता है. फिलहाल इन सभी जगह के लोग इस मार्ग के बंद होने से प्रभावित हुए हैं.

जारी है मरम्मत का कामः NH-58 के जरिए ही जनपद पौड़ी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग देश के दूसरों हिस्सों से कनेक्ट होता है. ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच 6 डेंजर जोन चिन्हित किए गए हैं. जिसमे तोता घाटी, शिव मूर्ति, कौडियाला, शिवपुरी के आसपास का इलाका, देवप्रयाग के कुछ हिस्से शामिल हैं. इसके ट्रीटमेंट के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय और राज्य सरकार काम कर रही है.

देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि प्रशासन के आदेश के मुताबिक अग्रिम आदेश तक ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग को बंद कर दिया गया है. इस दौरान इस मार्ग पर मलबा हटाने का काम किया जा रहा है.

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