श्रीनगर: जिस कूड़े को लोग बेकार समझते हैं, वही कूड़ा नगर पंचायत कीर्तिनगर को 'मालामाल' कर रहा है. कूड़ा अब नगर पंचायत कीर्तिनगर की आर्थिकी का साधन बन गया है. वहीं नगर पंचायत कीर्तिनगर कूड़ा बेचकर प्रतिमाह पचास हजार रुपए से अधिक की कमाई कर रहा है.
नगर पंचायत ने कूड़ा निस्तारण के लिए करीब 22 नाली भूमि में वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया है. इस प्लांट में जैविक व अजैविक दोनों प्रकार के कूड़ों का निस्तारण होता है. देवप्रयाग विधानसभा के कीर्तिनगर नगर पंचायत ने अन्य नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों के लिए मिसाल कायम की है. वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष कैलाशी देवी जाखी के द्वारा शहर में वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है. 3 करोड़ रुपए की लागत से बने इस प्लांट में अलग-अलग ब्लॉक बनाये गये हैं, जिनमें जैविक व अजैविक कूड़ा रखा जाता है. वहीं वेस्ट ट्रीटमेंट के लिए मशीनें भी इंस्टाल की गई हैं.
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नगर पंचायत कीर्तिनगर के अधिशासी अधिकारी राजेन्द्र सिंह सजवाण ने बताया कि नगर में चार वार्डों में वाहनों के द्वारा कूड़ा एकत्रित किया जाता है. कूड़ा एकत्रित करने के बाद सूखा कूड़ा और गीला कूड़ा अलग-अलग तरीकों अलग किया जाता है. जिसके बाद कूड़ा शहर से बाहर बनाए गए ट्रेंचिंग ग्राउंड में ले जाया जाता है. इसके बाद, सूखे कूड़े को कॉम्पॉस्टर मशीन के माध्यम से पेटियों में तब्दील किया जाता है, जिसके बाद कूड़ा बेचने के लिए तैयार हो जाता है. गीले कूड़े से बनाई गई खाद स्थानीय काश्तकारों को बेची जाती है और इसे अन्य प्रयोगों में भी लाया जाता है.
नगर पंचायत अध्यक्ष कैलासी जाखी ने कहा कि एक साल पहले अलकनंदा नदी के तट पर स्थित कीर्तिनगर नगर पंचायत ने एक ट्रेंचिंग ग्राउंड की स्थापना की है, जो नगर क्षेत्र से 2 किमी दूर 22 नाली भूमि में स्थित है. इससे प्रदूषण या कूड़े की बदबू से लोगों को कोई तकलीफ नहीं होती है. इसके साथ ही, यहां गिले कूड़े को खाद के रूप में भी परिवर्तित किया जाता है, जिसके बाद जरूरतमंद लोगों को बेचा जाता है.