कोटद्वार: पौड़ी जनपद के कोटद्वार नगर निगम के 182 सफाई कर्मचारी ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ पिछले 11 दिन से हड़ताल पर हैं. बीते रोज हड़ताली सफाई कर्मचारी और जिला प्रशासन की दूसरी दौर की वार्ता भी विफल रही. सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. जगह जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं, जिनके उठती दुर्गंध से स्थानीय लोग खासा परेशान हैं.
सोमवार को सफाई कर्मचारियों से वार्ता करने पहुंचे उप जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक, कोटद्वार सीओ और कोटद्वार नगर आयुक्त को विरोध का सामना भी करना पड़ा. काफी समझाने के बाद भी कर्मचारी नहीं मानें. ताजा जानकारी के अनुसार नगर आयुक्त ने विभाग को पत्र के माध्यम से मेडिकल छुट्टी पर जानकारी देने और स्थानांतरण की मांग की है.
कल बुधवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक: जानकारी के मुताबिक उप जिलाधिकारी के निर्देश पर मेयर ने कल बुधवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक बुलाई है. बोर्ड बैठक में सफाई कर्मचारियों की मांग चर्चा की जाएगी.
कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी ने उप जिलाधिकारी व नगर निगम आयुक्त के साथ बैठक की. साथ ही कहा कि शहर के कूड़ा निस्तारण का हर संभव प्रयास किया जाए. उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर्मियों हड़ताल के लिए कोटद्वार नगर निगम जिम्मेदार है. नगर आयुक्त कोटद्वार अपने कर्मचारियों के साथ सामंजस्य से वार्ता करनी चाहिए.
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मुख्यमंत्री को भी दी गई जानकारी: कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी ने शहरी विकास विभाग के सचिव से फोन पर वार्ता भी की. वहीं, कोटद्वार महापौर ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिख अवगत कराया है कि सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है और सफाई व्यवस्था बनाने में दिक्कत हो रही है. स्वच्छता कर्मियों को यथावत रखने का सहयोग करें.