पौड़ी: गढ़वाल मंडल में आयोजित होने वाले शादी विवाह समारोह को नशा मुक्त बनाने के लिए अपर निदेशक माध्यमिक की ओर से अनूठी पहल की शुरुआत की गई है. एनएसएस के छात्र छात्राओं की ओर से शिविर के दौरान उनके क्षेत्र में आयोजित होने वाले विवाह समारोह से पूर्व उनसे एक संकल्प पत्र भरवाए जाएगा, जिसमें उनके घर पर आयोजित होने वाले शादी विवाह समारोह में शराब का सेवन नहीं किया जाएगा. ताकि युवा पीढ़ी को नशे के विरुद्ध अभियान में शामिल किया जा सके.
माध्यमिक शिक्षा प्रकोष्ठ के तत्वाधान में पौड़ी में नशा मुक्ति को लेकर एक अभियान का शुभारंभ किया गया. अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट की ओर से शादी समारोह में आयोजित होने वाले कॉकटेल कार्यक्रम को समाप्त करने को लेकर संकल्प पत्र का विमोचन किया गया. अपर निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि वह इस अभियान की शुरुआत करते हुए दोनों बेटों के विवाह को नशा मुक्त रखने का संकल्प लेते हैं.
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कहा कि उनके पुत्रों के विवाह में शराब का सेवन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में शादी में कॉकटेल पार्टियों के चलन से इसका बुरा असर समाज में देखने को मिल रहा है. इसका सबसे ज्यादा बुरा असर युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है. इस कुप्रथा पर रोक लगाने के लिए सभी लोगों को अब एकजुट होना होगा. शादी तमाशा नहीं संस्कार है ऐसे में शराब का प्रचार ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि नशा मुक्त अभियान के तहत पूरे गढ़वाल मंडल के विद्यालयों में जहां एनएसएस के शिविर संचालित होते हैं, उनके माध्यम से लगने वाले शिविर में अब शादी के आयोजन को नशा मुक्त बनाए जाने की मुहिम शुरू की जाएगी. गढ़वाल मंडल के 350 विद्यालयों में एनएसएस संचालित हो रही है, जिसमें 22 हजार 800 छात्र-छात्राएं जुड़े हैं और शिविरों के माध्यम से एनएसएस से जुड़े छात्र-छात्राएं नशा मुक्ति को लेकर अभियान तेज करेंगे.