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कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने दिए जांच के आदेश, सहायक नगरायुक्त पर अभद्रता का आरोप

कोटद्वार निवासी सुषमा देवी को श्रम विभाग से बेटी की शादी के लिए कुछ आर्थिक सहायता मिलनी थी. जिसे लेकर महिला श्रम विभाग के कागजातों पर सहायक नगर आयुक्त से हस्ताक्षर कराने पहुंची तो अधिकारी ने महिला से बदसलूकी करते हुए कागजात फाड़कर कचरे में फेंक दिये. इस मामले में मंत्री हरक सिंह रावत ने जांच के आदेश दिए हैं.

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सहायक नगर आयुक्त पर कागजात फाड़ने का आरोप
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Published : Jun 19, 2020, 11:11 AM IST

Updated : Jun 19, 2020, 1:05 PM IST

कोटद्वार: नगर निगम इनदिनों चर्चाओं का विषय बना हुआ है. कोटद्वार नगर निगम की सहायक नगरायुक्त के पास जब एक फरियादी महिला कागजातों पर हस्ताक्षर करने पहुंची तो सहायक नगरायुक्त ने उसे कागजातों पर फाड़कर कचरे में फेंक दिया. वहीं, जब ये खबर वन मंत्री हरक सिंह रावत तक पहुंची तो उन्होंने शहरी विकास मंत्री से बातकर इस विषय की जांच कराने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने उप जिलाधिकारी को भी इस पूरे प्रकरण पर जांच के आदेश दिए हैं.

क्या था पूरा मामला ?
कोटद्वार नगर क्षेत्र की बीईएल रोड निवासी सुषमा देवी को श्रम विभाग से अपनी बेटी की शादी के लिए कुछ आर्थिक सहायता मिलनी थी. ऐसे में इन कागजातों पर सहायक नगरायुक्त के हस्ताक्षर होने थे, जिसको लेकर महिला लंबे समय से सहायक नगरायुक्त कार्यालय के चक्कर काट रही थी. वहीं, जब बीते दिन महिला नगर निगम कार्यालय पहुंची तो उन कागजातों पर हस्ताक्षर करने की जगह सहायक नगरायुक्त ने उन्हें फाड़कर कचरे के डिब्बे में फेंक दिया.

ये भी पढ़े: टिहरी के कृष्ण पाल सिंह नेगी के लेफ्टिनेंट बनने पर लोगों में खुशी

मंत्री हरक सिंह रावत ने जांच के दिए निर्देश

वहीं, मंत्री हरक सिंह रावत ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि यह पूरा प्रकरण दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर कोई फिरयादी अपने कागजातों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए किसी अधिकारी के पास जाता है, तो उसकी मदद करनी चाहिए और अभद्रता करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. हरक सिंह रावत ने कहा कि मैंने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से इस मामले को लेकर बात की है. इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाएगी. अगर सहायक नगरायुक्त पर लगे आरोप सत्य पाए जाते हैं तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

कोटद्वार: नगर निगम इनदिनों चर्चाओं का विषय बना हुआ है. कोटद्वार नगर निगम की सहायक नगरायुक्त के पास जब एक फरियादी महिला कागजातों पर हस्ताक्षर करने पहुंची तो सहायक नगरायुक्त ने उसे कागजातों पर फाड़कर कचरे में फेंक दिया. वहीं, जब ये खबर वन मंत्री हरक सिंह रावत तक पहुंची तो उन्होंने शहरी विकास मंत्री से बातकर इस विषय की जांच कराने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने उप जिलाधिकारी को भी इस पूरे प्रकरण पर जांच के आदेश दिए हैं.

क्या था पूरा मामला ?
कोटद्वार नगर क्षेत्र की बीईएल रोड निवासी सुषमा देवी को श्रम विभाग से अपनी बेटी की शादी के लिए कुछ आर्थिक सहायता मिलनी थी. ऐसे में इन कागजातों पर सहायक नगरायुक्त के हस्ताक्षर होने थे, जिसको लेकर महिला लंबे समय से सहायक नगरायुक्त कार्यालय के चक्कर काट रही थी. वहीं, जब बीते दिन महिला नगर निगम कार्यालय पहुंची तो उन कागजातों पर हस्ताक्षर करने की जगह सहायक नगरायुक्त ने उन्हें फाड़कर कचरे के डिब्बे में फेंक दिया.

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मंत्री हरक सिंह रावत ने जांच के दिए निर्देश

वहीं, मंत्री हरक सिंह रावत ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि यह पूरा प्रकरण दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर कोई फिरयादी अपने कागजातों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए किसी अधिकारी के पास जाता है, तो उसकी मदद करनी चाहिए और अभद्रता करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. हरक सिंह रावत ने कहा कि मैंने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से इस मामले को लेकर बात की है. इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाएगी. अगर सहायक नगरायुक्त पर लगे आरोप सत्य पाए जाते हैं तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Jun 19, 2020, 1:05 PM IST
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