श्रीनगर: कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक डॉ धन सिंह रावत ने श्रीनगर स्थित वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीकोट में जीनोम सिक्वेन्स लैब का उद्घाटन किया. मेडिकल कॉलेज में लैब बनने से जहां जांच से लेकर विभिन्न बीमारियों की सटीक रिपोर्ट समय पर मिल पाएगी. वहीं जीन सीक्वेंसिंग लैब बनने से गढ़वाल में विभिन्न बीमारियों पर शोध कार्य करने में भी आसानी होगी. इस लैब की निर्माण लागत करीब ₹2.85 करोड़ बताई गई है.
जीनोम सिक्वेन्स लैब स्थापित होने से श्रीनगर व आसपास के क्षेत्रों के साथ ही पहाड़ों के दूर-दराज से चिकित्सा लाभ लेने वाले लोगों को बहुत लाभ मिलेगा. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले जिस टेस्ट के सैंपल पुणे व दिल्ली जाते थे और रिपोर्ट आने में एक से डेढ़ महीने का समय लग जाता था. वहीं अब मात्र हफ्ते भर के अन्दर सैंपल रिपोर्ट आने से गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों को त्वरित चिकित्सा लाभ मिलने से उनकी जान बचाई जा सकेगी. अब गोल्डन ऑवर में भी अधिक से अधिक रोगियों की जान बच पाएगी.
डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीकोट की जीन सीक्वेंसिंग लैब भारत सरकार के इंडियन सार्स सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम में भी पंजीकृत है, जिससे इसका डाटा भारत सरकार को भी मिल पाएगा. वहीं, इस दौरान मंत्री ने कहा कि शोध संस्थान को अपने कार्यों की गुणवत्ता को और बेहतर कर देश के लिए बेहतर चिकित्सक निर्माण में अपना प्रभावी योगदान देना होगा.
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वहीं, माइक्रो बायोलॉजी विभाग की ओर से डॉ पूजा शर्मा ने इस तकनीक की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जीनोम सिक्वेन्स लैबोरेटरी में कैंसर रोग, आनुवाशिंक तथा अन्य रोगों की सैम्पलिंग संभव हो जाएगी. जीनोम सिक्वेंसिंग लैब में दो प्रकार की जांच संपूर्ण जिनोम सिक्वेंसिंग तथा सेंगर जिनोम सिक्वेंसिंग होती है. लैबोरेटरी मशीन की लागत लगभग तीन करोड़ रुपये है तथा शोध संस्थान की यह लैब देशभर की इंसीकॉग जीनोम सीक्वेंसिंग नेटवर्क की 69 लैबोरेटरी में शामिल हो गयी है.
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श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में उक्त लैब का लोकार्पण भी इन्हीं प्रयासों का एक हिस्सा है। pic.twitter.com/Sg2VAFF5XO
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लैब उद्घाटन के बाद चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मेडिकल कॉलेज सभागार में रेलवे, एनआईटी, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई सहित अन्य विभागों की समीक्षा बैठक ली, जिसमें मंत्री ने अफसरों को श्रीनगर के विकास कार्यों में कोताही ना बरतने के आदेश दिए. उन्होंने कहा कि रेलवे के अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिये गए हैं कि जिन प्रभावितों को मुआवजा दिया जाना है, उन्हें जल्द मुआवजा देने की कार्यवाही सुनिश्चित करें.
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धन सिंह रावत ने कोटेश्वर डैम कॉलोनी की सिंचाई विभाग की भूमि जल्द मेडिकल कॉलेज को स्थानांतरित करने की कार्यवाही के निर्देश दिये, जबकि बिलकेदार से जानसू रोड को भी शीघ्र बनाने व स्व. विपिन रावत स्टेडियम में जाने वाली रोड के संबंध में भी समीक्षा की. सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अल्केश्वर घाट बरसात के समय बाढ़ आने पर टूटे ना इसके लिए सुरक्षा दीवार बनाने, धारी देवी मंदिर तक जाने वाले पहुंच सड़क को ठीक करने, पार्किंग और स्नान घाट का निर्माण जल्द शुरू करने के अधिकारियों को निर्देश दिये.
वहीं, एनआईटी के अधिकारियों को उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि उत्तराखंड सरकार के द्वारा पानी, बिजली और रोड की जो व्यवस्था की जानी थी वो कर दी गई है इसलिए शीघ्र ही एनआईटी का कार्य प्रारंभ किया जाए. श्रीनगर नगर निगम के लिए नगर निगम भवन के लिए सुव्यवस्थित स्थान, सैनिकों, प्रेस क्लब, टिहरी भवन के लिए भी स्थान चयनित करने के निर्देश दिए. नगर निगम के अधिकारियों को श्रीनगर के गोला बाजार का सौंदर्यीकरण करने, श्रीनगर क्षेत्र को तीन बसों की सौगात देने, मेडिकल कॉलेज में ओपन जिम बनाने, केंद्रीय विश्वविद्यालय में विवेकानंद की मूर्ति लगाने संबंधी निर्देश दिये. इसके साथ ही मंत्री ने एनआईटी मैदान का भी निरीक्षण किया.