पौड़ीः कुछ दिनों बाद ही उत्तराखंड अपना 19वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. बावजूद इसके नगर पालिका पौड़ी क्षेत्र अंतर्गत एक ऐसा गांव है, जो विकास के कोसो दूर है. यहां राज्य स्थापना के बाद भी मूलभूत सुविधाओं का टोटा है. आलम ये है कि गांव को एक अदद सड़क तक नसीब नहीं है.
राज्य सरकार कुछ दिनों बाद ही उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाने जा रही है. वहीं, राज्य गठन के बाद से ही पहाड़ों से पलायन बदस्तूर जारी है. वहीं, राज्य सरकार रिवर्स पलायन को लेकर अबतक कोई रोडमैप तैयार नहीं कर पाई है. वहीं, लोग गांवों में भी रह रहे हैं, उन्हें आजतक मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाई है. ऐसे में नगड़ी- जुगनी के बाशिदें एक अदद सड़क के लिए मुंह बाहे खड़े हैं.
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बता दें कि पौड़ी शहर के नजदीक नगड़ी- जुगनी गांव मूलभूत सुविधाओं के अभाव में आज भूतहा होने की कगार पर है. वहीं, रिवर्स पलायन की बात कर रही सरकार आजतक इस गांव में एक सड़क तक नहीं पहुंचा पाई है. ऐसे में रिवर्स पलायन को लेकर सरकार के सारे दावे महज हवाई साबित हो रहे हैं.
इस गांव में पहुंचने के लिए ग्रामीणों को 3 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ता है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि सड़क न होने के चलते कभी किसी की तबीयत बिगड़ने पर मरीज को अस्पताल पहुंचाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. गांव में सड़क,बजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में लोग धीरे-धीरे शहरों का रुख कर रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क ना होने की वजह से बच्चों को स्कूल भी कच्चे रास्ते से होकर जाना पड़ता है. वहीं, जनप्रतिनिधि चुनाव में वोट पाने के लिए बड़े-बड़े वादे तो कर जाते हैं. लेकिन जीतने के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा. यही कारण है कि गांव में सुविधाओं के अभाव के कारण यहां महज 15 परिवार ही रह गए है.