श्रीनगर: शासन से हरी झंडी मिलने के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ने पोस्ट एमबीबीएस डिप्लोमा कोर्स के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) में आवेदन कर लिया है. एनबीई की अनुमति के बाद कॉलेज में कोर्स संचालित होने लगेंगे. कॉलेज के अनुसार, छह पाठ्यक्रमों में डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन किया गया है. अब यहां एमबीएसएस करने के बाद छात्र-छात्राएं दो वर्षीय स्पेशलाइजेशन कोर्स में डिप्लोमा कर सकेंगे.
वहीं, इस डिप्लोमा के बाद एमबीबीएस विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में अस्पतालों में काम करेंगे. साल 2010 में स्वीकृत राजकीय मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में सिर्फ एनॉटमी में पीजी पाठ्यक्रम संचालित हो रहा है. पिछले दो साल से मेडिकल कॉलेज अन्य विषयों में भी पीजी के लिए आवेदन कर रहा है, लेकिन संसाधनों और संकाय सदस्यों की कमी के चलते एमसीआई (भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद) से अनुमति नहीं मिल पाई. हाल में मेडिकल कॉलेज में संसाधनों के साथ ही संकाय सदस्यों की नियुक्ति हुई है. इसे देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने पोस्ट एमबीबीएस डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन किया है.
यह भी पढे़ं-अनलॉक-5: उत्तराखंड के लिए आज से शुरू हुआ इन बसों का संचालन
डिलोप्मा कोर्स | सीटों की संख्या |
बाल रोग | 6 |
स्त्री रोग एवं प्रसूति | 6 |
रेडियोडायग्नोसिस | 4 |
ईएनटी | 4 |
नेत्र रोग | 6 |
एनेस्थिसिया | 8 |
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत ने बताया कि शासन से अनुमति मिलने के बाद एनबीई में आवेदन किया गया है. छह विषयों में 34 सीट मांगी गई हैं. इसके लिए निर्धारित फीस प्रति विषय ढाई लाख रुपये जमा कराए गए हैं. एनबीई ने आवेदन स्वीकार कर लिया है. अब एनबीई निरीक्षण कर डिप्लोमा कोर्स की अनुमति देगी.
पीजी कोर्स के लिए भी किया है आवेदन
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज ने पीजी (एमएस/एमडी) कोर्स की अनुमति के लिए भी एमसीआई में आवेदन किया है. पीजी मेें 52 सीट मांगी गई हैं. प्राचार्य प्रो. रावत ने बताया कि डिप्लोमा कोर्स के लिए उन्हीं विषयों में आवेदन किया गया है, जिनमें पीजी के लिए सीट नहीं मांगी गई हैं.