कोटद्वार: जिले में कई स्कूली भवन जर्जर हालत में हैं, जो हादसों को दावत दे रहे हैं. स्थानीय लोग जर्जर भवनों के जीर्णोद्धार की मांग लंबे समय से कर रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी स्कूलों के भवनों की हालत जस की तस बनी है. वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अपने अधीनस्थ अधिकारी को जर्जर भवनों को सील करने के निर्देश दिए है. साथ ही पठन-पाठन ग्राम सभा में अन्य भवनों में कराने के निर्देश दिए हैं.
![Kotdwar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/04-08-2023/uk-02-kot-159schoolbuildingsdamagedduetoheavyrain-uk-10041_03082023134613_0308f_1691050573_927.jpg)
हादसे को दावत दे रहे जर्जर स्कूली भवन: जिले में करीब 159 स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं. इन्हीं जीर्ण शीर्ण भवनों में कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. जो हादसों को दावत दे रहे हैं.स्थानीय लोग जर्जर भवनों के जीर्णोद्धार की मांग लंबे समय से कर रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी स्कूलों के भवनों की हालत जस की तस बनी है. वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने बताया कि जिले में में क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों का सर्वे का कार्य प्रगति पर है.
![Kotdwar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/04-08-2023/uk-02-kot-159schoolbuildingsdamagedduetoheavyrain-uk-10041_03082023134613_0308f_1691050573_495.jpg)
मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अधीनस्थ अधिकारी को दिए निर्देश: अभी तक जर्जर 159 विद्यालयों का सर्वे किया जा चुका है. मौजूदा अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों की संख्या बढ़ भी सकती है. उन्होंने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है कि अपने क्षेत्र में निष्प्रयोजन क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों को सील किया जाए. जिन विद्यालयों में भवन की व्यवस्था नहीं है वहां पर ग्राम पंचायत भवन व आंगनबाड़ी केंद्र में पठन पाठन का कार्य किया जाए.