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पहाड़ी फलों का राजा माल्टा अब अन्य राज्यों में भी बना रहा पहचान

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Published : Dec 14, 2020, 10:14 AM IST

Updated : Dec 15, 2020, 10:29 AM IST

माल्टा की पैदावार से अब इसे अन्य राज्यों में भी भेजा जा रहा है. पौड़ी के अधिकतर गांव ऐसे हैं जहां माल्टा की पैदावार अधिक होने से यहां लोग माल्टा का जूस बनाने का काम कर रहे हैं. जानें क्या हैं इस फल के फायदे.

पहाड़ी फलों का राजा माल्टा
पहाड़ी फलों का राजा माल्टा

पौड़ी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाला फल माल्टा औषधीय गुणों से भरपूर है. पहाड़ों में माल्टा की पैदावार अधिक होने के चलते इसका जूस बनाया जाता है. साथ ही पहाड़ में इसकी खटाई भी बनाई जाती है, जो कि सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है.

पहाड़ी फलों का राजा माल्टा

दूसरे राज्यों में भी भेजा जा रहा है माल्टा

लगातार बढ़ रही माल्टा की पैदावार से अब इसे अन्य राज्यों में भी भेजा जा रहा है. पौड़ी के अधिकतर गांव ऐसे हैं जहां पर माल्टा की पैदावार अधिक होने से यहां के लोग घर पर समूह बनाकर जूस बनाने का काम कर रहे हैं. ये स्वरोजगार के क्षेत्र में भी कारगर साबित हो रहा है. वहीं स्थानीय लोगों की ओर से बताया गया है कि आज माल्टा की अधिक पैदावार से लोगों को घर पर ही अच्छा रोजगार मिल रहा है.

आज माल्टा की कीमत में भी काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. वहीं महिला समूह की ओर से माल्टा का जूस बनाकर अन्य राज्यों में भी भेजा जा रहा है जो कि अच्छे स्वरोजगार के रूप में उभर रहा है. उत्तराखंड के प्रवासियों तक इस जूस को पहुंचाया जा रहा है.

माल्टा को कहते हैं धरती का सबसे सेहतमंद फल

माल्टा में इतने गुण हैं कि इसे धरती का सबसे सेहतमंद फल कहा जाता है. स्थानीय निवासी राजीव खत्री ने बताया कि सर्दियों के मौसम में होने वाले माल्टे का सेवन शरीर लिए काफी लाभदायक है. प्रतिदिन जूस पीने से व्यक्ति के शरीर में तरावट रहती है साथ ही कोरोना के इस दौर में मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी यह काफी मददगार साबित हो रहा है. माल्टा से पहाड़ों में खटाई बनाई जाती है. इसमें घर के बने हुए मसालों को मिलाकर इसका सेवन किया जाता है. ये मनुष्य के शरीर के लिए काफी लाभदायक है.

पढ़ें- उत्तराखंड से किसानों का जत्था दिल्ली के लिए हुआ रवाना, देहरादून में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

माल्टे की खटाई बनाने की विधि

  • पांच लोगों के लिये पांच माल्टा
  • हरी धनिया, हरी मिर्च और लहसुन के साथ पिसा दो चम्मच नमक
  • आधा चम्मच जीरा पाउडर
  • दो डली गुड़ या पांच से सात चम्मच चीनी
  • दो से तीन चम्मच सरसों का तेल
  • माल्टों को छीलते हैं और इनके छोटे-छोटे पीस बनाते हैं
  • इसके बाद माल्टा के छोटे पीसों में नमक, जीरा पाउडर, गुड़ या चीनी और सरकों का तेल मिलाकर सानते हैं
  • स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक साना हुआ माल्टा तैयार है

माल्टे के बारे में जानें

  • इसे धरता का सबसे सेहतमंद फल कहा जाता है
  • माल्टा हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है
  • माल्टा सर्दियों के सीजन में होता है
  • विटामिन सी से भरपूर होता है

ये हैं माल्टा खाने के फायदे

  • हमारी त्वचा को चमकदार बनाता है
  • खाना पचाने में औषधी जैसा काम करता है
  • बालों को मजबूत बनाता है
  • एंटीसेप्टिक, खुशबूदार, एंटीऑक्सीडेंट और शक्तिवर्धक फल है
  • माल्टा का रस गुर्दे की पथरी को दूर कर देता है
  • कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करता है

पौड़ी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाला फल माल्टा औषधीय गुणों से भरपूर है. पहाड़ों में माल्टा की पैदावार अधिक होने के चलते इसका जूस बनाया जाता है. साथ ही पहाड़ में इसकी खटाई भी बनाई जाती है, जो कि सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है.

पहाड़ी फलों का राजा माल्टा

दूसरे राज्यों में भी भेजा जा रहा है माल्टा

लगातार बढ़ रही माल्टा की पैदावार से अब इसे अन्य राज्यों में भी भेजा जा रहा है. पौड़ी के अधिकतर गांव ऐसे हैं जहां पर माल्टा की पैदावार अधिक होने से यहां के लोग घर पर समूह बनाकर जूस बनाने का काम कर रहे हैं. ये स्वरोजगार के क्षेत्र में भी कारगर साबित हो रहा है. वहीं स्थानीय लोगों की ओर से बताया गया है कि आज माल्टा की अधिक पैदावार से लोगों को घर पर ही अच्छा रोजगार मिल रहा है.

आज माल्टा की कीमत में भी काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. वहीं महिला समूह की ओर से माल्टा का जूस बनाकर अन्य राज्यों में भी भेजा जा रहा है जो कि अच्छे स्वरोजगार के रूप में उभर रहा है. उत्तराखंड के प्रवासियों तक इस जूस को पहुंचाया जा रहा है.

माल्टा को कहते हैं धरती का सबसे सेहतमंद फल

माल्टा में इतने गुण हैं कि इसे धरती का सबसे सेहतमंद फल कहा जाता है. स्थानीय निवासी राजीव खत्री ने बताया कि सर्दियों के मौसम में होने वाले माल्टे का सेवन शरीर लिए काफी लाभदायक है. प्रतिदिन जूस पीने से व्यक्ति के शरीर में तरावट रहती है साथ ही कोरोना के इस दौर में मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी यह काफी मददगार साबित हो रहा है. माल्टा से पहाड़ों में खटाई बनाई जाती है. इसमें घर के बने हुए मसालों को मिलाकर इसका सेवन किया जाता है. ये मनुष्य के शरीर के लिए काफी लाभदायक है.

पढ़ें- उत्तराखंड से किसानों का जत्था दिल्ली के लिए हुआ रवाना, देहरादून में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

माल्टे की खटाई बनाने की विधि

  • पांच लोगों के लिये पांच माल्टा
  • हरी धनिया, हरी मिर्च और लहसुन के साथ पिसा दो चम्मच नमक
  • आधा चम्मच जीरा पाउडर
  • दो डली गुड़ या पांच से सात चम्मच चीनी
  • दो से तीन चम्मच सरसों का तेल
  • माल्टों को छीलते हैं और इनके छोटे-छोटे पीस बनाते हैं
  • इसके बाद माल्टा के छोटे पीसों में नमक, जीरा पाउडर, गुड़ या चीनी और सरकों का तेल मिलाकर सानते हैं
  • स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक साना हुआ माल्टा तैयार है

माल्टे के बारे में जानें

  • इसे धरता का सबसे सेहतमंद फल कहा जाता है
  • माल्टा हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है
  • माल्टा सर्दियों के सीजन में होता है
  • विटामिन सी से भरपूर होता है

ये हैं माल्टा खाने के फायदे

  • हमारी त्वचा को चमकदार बनाता है
  • खाना पचाने में औषधी जैसा काम करता है
  • बालों को मजबूत बनाता है
  • एंटीसेप्टिक, खुशबूदार, एंटीऑक्सीडेंट और शक्तिवर्धक फल है
  • माल्टा का रस गुर्दे की पथरी को दूर कर देता है
  • कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करता है
Last Updated : Dec 15, 2020, 10:29 AM IST
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