श्रीनगर: वरिष्ठ बीजेपी नेता और देवप्रयाग के पूर्व ब्लॉक प्रमुख मगन बिष्ट ने विधानसभा चुनाव की ताल ठोक दी है. उन्होंने 2022 में एक बार फिर भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. मगन बिष्ट ने कहा है कि वरिष्ठता और जनाधार के हिसाब से पार्टी को उनको 2022 में टिकट देना चाहिए. बता दें, मगन बिष्ट साल 2007 में बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं.
मगन बिष्ट ने इस बात पर भी जोर दिया है कि वे देवप्रयाग के स्थानीय होने के नाते यहां की जनता की समस्याओं से जुड़े रहते हैं और हमेशा जनता के सुख दुःख में भी उनके साथ खड़े रहते हैं. उन्होंने कहा कि वो भारतीय जनता पार्टी के एक सच्चे सिपाही हैं, इसलिए उनकी दावेदारी बनती है. देवप्रयाग सीट से अगर वो चुनाव नहीं लड़ेंगे तो चुनाव कौन लड़ेगा.
मगन बिष्ट ने कहा कि जो बाहर से आकर चुनाव लड़ते हैं, वो पांच साल तक जनता को मूर्ख बनाते हैं और चले जाते हैं. ऐसे में पार्टी से टिकट मांगना उनका अधिकार है. उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर पार्टी उनको टिकट देती है, तो निश्चित तौर पर उनकी यहां से बहुत बड़ी जीत होगी.
उन्होंने पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी पर संस्कृत विश्वविद्यालय को लेकर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय पौड़ी में बना है और मंत्री प्रसाद नैथानी अगर देवप्रयाग की जनता के लिए प्रति ईमानदार होते तो महाविद्यालय के लिए क्या देवप्रयाग में जमीन नहीं थी. संस्कृत विश्वविद्यालय पौड़ी में बनने से देवप्रयाग की जनता को कोई भी फायदा नहीं हुआ है.
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उन्होंने कहा कि नैथानी ने देवप्रयाग की जनता को सिर्फ ठगने का काम किया है. मंत्री प्रसाद नैथानी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अपने सगे संबंधियों को नौकरियों पर लगाया है और बेरोजगारों की नौकरी खाने का काम किया है.
मगन बिष्ट यहीं पर चुप नहीं हुए उन्होंने पूर्व राजस्व मंत्री रहे दिवाकर भट्ट पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिवाकर भट्ट ने देवप्रयाग विधासभा के नाम पर 25 हजार लोगों को मुख्यमंत्री राहत कोश से धन दिलवाया. जिसमें से कीर्तिनगर के ढाई हजार और करीब सात हजार कीर्तिनगर ब्लॉक और अन्य लोग हरिद्वार जनपद के लोग शामिल थे. पूर्व मंत्रियों ने देवप्रयाग की जनता के साथ सिर्फ विश्वासघात किया है.