पौड़ी: उत्तराखंड में वनाग्नि अब वन्यजीव संघर्ष को बढ़ावा दे रही है. जंगलों में लगातार बढ़ रही आग की घटनाओं के चलते गुलदार अब रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं. वन्यजीव संघर्ष का ऐसा ही एक मामला कोट ब्लॉक में सामने आया है. जहां घर में सो रहे युवक पर गुलदार ने हमला (Leopard attacked on a youth) कर दिया. वहीं, परिजनों के हो-हल्ला मचाने पर गुलदार जंगल की ओर भाग गया. गनीमत ये रही कि इस गुलदार के हमले में युवक की जान बच गई. हालांकि, युवक को चेहरे और सिर पर गुलदार के नाखूनों से घाव बन गये हैं.
जानकारी के मुताबिक, विकास खंड कोट के छैतुड़ गांव निवासी साहिल बिष्ट (16) अपने कमरे में सो रहा था. कमरे में युवक के साथ उसकी दादी भी सो रही थी. बताया जा रहा है कि सुबह करीब 4 बजे गुलदार ने घर में घुसकर युवक को घायल कर दिया. गुलदार के हमले से युवक ने शोर मचाया. तभी घर के अन्य लोग की जाग गये और उनके हो-हल्ला मचाने पर गुलदार घर से निकलकर जंगल की ओर भाग गया.
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हालांकि, गुलदार ने इस दौरान युवक के चेहरे और सिर पर नाखूनों के गहरे घाव कर दिए. परिजनों ने घायल युवक को जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां डाक्टरों ने उसका इलाज करके छुट्टी दे दी है. वहीं, घर के भीतर ही गुलदार के हमले से गांव में दहशत का माहौल है. ऐसे में ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ की मांग की है.
नागदेव रेंज के रेंज अधिकारी अनिल भट्ट ने बताया कि जंगलों में आग की घटनाओं के बढ़ने से वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ने का जोखिम भी अधिक हो जाता है. कोट ब्लॉक के छैतुड़ गांव इसका ताजा उदाहरण है. वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा जा रहा है. जरूरत पड़ी तो गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया जाएगा.