श्रीनगर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग परियोजना (Rishikesh-Karnprayag Railroad Project) में विकासखंड कोट के रामपुर (जनासू) में काम कर रहे मजदूरों ने वेतन न मिलने पर काम करने से मना कर दिया. जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में हुई बैठक में कंपनी ने मजदूरी संबंधी कागजात मिलने के बाद वेतन भुगतान करने का आश्वासन दिया. मजदूरों के काम न करने की स्थिति में कंपनी ने दूसरों मजदूरों को काम सौंप दिया.
बुधवार (24 नवंबर) को रामपुर में लगभग 40 मजदूरों ने वेतन नहीं मिलने पर रेलवे परियोजना का काम रोक दिया. मजदूरों का कहना था कि उन्हे 5 महीने से वेतन नहीं मिला है. दशहरा और दीपावली में भी खाली हाथ रहना पड़ा. जब ठेकेदार से वेतन मांगा जाता है, तो ठेकेदार कंपनी से भुगतान न होने की बात कहता है. ऐसी स्थिति में उनका काम करना मुश्किल हो गया है.
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मजदूरों की ओर से काम रोके जाने की सूचना मिलने पर कोतवाली से एसएसआई रणवीर रमोला पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. उनकी मौजूदगी में मजदूरों और कंपनी के अधिकारियों की वार्ता हुई. कंपनी के साइट इंचार्ज अनिल गुप्ता ने बताया कि ठेकेदार डिफाल्टर हैं, इसलिए मजदूरों को सीधे वेतन भुगतान किया जाएगा.
इसके लिए बैंक खातों का स्टेटमेंट एकत्रित किया जा रहा है. मजदूरों के स्टेटमेंट मिलने के बाद सत्यापन कर भुगतान संबंधी कार्रवाई के लिए हेडक्वार्टर भेज दिया जाएगा. उन्होंने स्टेटमेंट मिलने की तारीख से 8 दिन के अंदर भुगतान करने का आश्वासन दिया. गुप्ता ने कहा कि यदि मजदूर चाहेंगे, तो दूसरे ठेकेदार के माध्यम से उनको रोजगार दिया जाएगा.
एसएसआई रणवीर रमोला ने बताया कि ठेकेदार काम छोड़कर चला गया है और मजदूरों ने भी काम करने से मना करते हुए वेतन भुगतान की बात कही है. अब दूसरे ठेकदार के मजदूर वहां काम कर रहे हैं.