श्रीनगर: उत्तराखंड लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन ने अपनी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई न होने पर रोष व्यक्त किया. विरोध स्वरूप श्रीनगर मेडिकल कॉलेज सहित संयुक्त अस्पताल में तैनात लैब टेक्नीशियनों ने आज दिन भर कार्य करते हुए उपवास रखा. इससे पहले भी सभी लैब टेक्नीशियन 5 जुलाई तक हाथों में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जाहिर कर रहे थे. इस पूरे आंदोलन को बीएमएस संघ का भी समर्थन है.
वहीं, इस दौरान लैब टेक्नीशियनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों को लेकर राज्य सरकार सकरात्मक कार्रवाई नही करती है, तो सभी लैब टेक्नीशियन भूख हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिमेदारी राज्य सरकार की होगी. दरअसल, सभी कर्मी वेतन कटौती को लेकर राज्य सरकार से नाराज हैं. उनका कहना है कि फ्रंट लाइन वॉरियर होने के बाद भी उनका वेतन काटा जा रहा है.
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एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राकेश रावत का कहना है कि प्रदेश में 150 नियमित एलटी व कुछ एलटी संविदा में कार्यरत हैं, जो दिन-रात जान जोखिम में डालकर कोविड सैंपलिंग, ब्लड बैंक, राष्ट्रीय कार्यक्रम, डेंगू, मलेरिया, टीवी और एचआइवी जैसी लैब में कार्य कर रहे हैं, लेकिन फिर भी लैब टेक्नीशियनों को कोई भत्ता नहीं दिया जाता. उन्होंने राज्य सरकार से केंद्र के अनुरूप टेक वर्ग को भी जोखिम भत्ता देने की मांग की है.