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कोटद्वार में गोलीकांड का खुलासा, तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

जमीन विवाद में दो बदमाशों ने जीवानंदपुर गांव एक व्यक्ति को मारने के उद्देश्य से फायरिंग की थी. लेकिन, वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए थे.

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Published : Jan 11, 2020, 5:18 PM IST

kotdwar
कोटद्वार

कोटद्वार: कोतवाली पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को जीवानंदपुर में गोली चलाने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया है. जिसके बाद उन्होंने जेल भेज दिया गया है. पुलिस के मुताबिक, पदमपुर सुखरौ में 12 बीघा जमीन को लेकर उपजे विवाद में दहशत फैलाने के लिए ये गोली चलाई गई थी.

जीवानंदपुर गोली कांड का खुलासा.

सीओ कोटद्वार अनिल कुमार जोशी ने आरोपियों के पकड़ने के लिए एसएसपी पौड़ी के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. आरोपियों को पकड़े के लिए पुलिस देहरादून, हरिद्वार, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, करनाल, सोनीपत और पानीपत भेजी गई है. लेकिन कहीं भी इनका कोई सुराग नहीं मिल रहा था. इसी बीच 10 जनवरी को मुखबिर के सूचना पर पुलिस यूपी के मुजफ्फरनगर पहुंची, जहां पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो उन्होंने कुछ नहीं बताया, लेकिन बाद में जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ही 24 दिसंबर 2019 को जीवनन्दपुर क्षेत्र में फायरिंग की थी.

पढ़ें- टिहरीः किसानों की पट्टे की जमीन पर भू-माफिया बना रहे आलीशान होटल, प्रशासन बेखबर

आरोपियों ने बताया कि जीवानंदपुर गांव में एक व्यक्ति को मारने के उद्देश्य से 24 दिसम्बर 2019 की रात एक घर के सामने रिवाल्वर से फायरिंग की थी. ये काम उन्होंने धीरेंद्र सिंह रावत निवासी कोटद्वार के कहने पर किया था. वारदात को अंजाम देने के लिए धीरेंद्र ने ही उन्हें रिवाल्वर दिया था.

पुलिस ने दोनों आरोपियों के बयान पर धीरेंद्र को भी गिरफ्तार किया. धीरेंद्र ने पूछताछ में बताया कि उसकी पदमपुर सुखरौ में 12 बीघा जमीन को लेकर योगम्बर उर्फ डब्बू, दुर्गेश मंमगाई, अमित देवरानी, राजेंद्र मेंदोली और मोहित अग्रवाल से रंजिश चल रही थी. डब्बू व उसके लोग बार उसे धमकी दे रहे थे. धीरेंद्र को शक था कि वे लोग उसे कभी भी मरवा सकते है. डब्बू को डराने के लिए ही धीरेंद्र ने उसके भाई शिशुपाल के घर के बाहर शूटरों को बुलाकर जान से मारने के लिए फायरिंग करवाई थी. शूटरों और धीरेंद्र के बीच ये डील तीन लाख रुपए में तय हुई थी, धीरेंद्र ने एक लाख 80 रुपए एडवांस दिए थे.

पढ़ें- चाइल्ड पोर्नोग्राफी: उत्तराखंड में पहली FIR दर्ज, अश्लील वीडियो सर्च करने वालों पर निगरानी

पुलिस के मुताबिक पकड़ गए आरोपियों के नाम हर्षदीप निवासी मुजफ्फरनगर, सचिन चौधरी निवासी मुजफ्फरनगर और धीरेंद्र सिंह रावत निवासी कोटद्वार है,

कोटद्वार: कोतवाली पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को जीवानंदपुर में गोली चलाने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया है. जिसके बाद उन्होंने जेल भेज दिया गया है. पुलिस के मुताबिक, पदमपुर सुखरौ में 12 बीघा जमीन को लेकर उपजे विवाद में दहशत फैलाने के लिए ये गोली चलाई गई थी.

जीवानंदपुर गोली कांड का खुलासा.

सीओ कोटद्वार अनिल कुमार जोशी ने आरोपियों के पकड़ने के लिए एसएसपी पौड़ी के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. आरोपियों को पकड़े के लिए पुलिस देहरादून, हरिद्वार, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, करनाल, सोनीपत और पानीपत भेजी गई है. लेकिन कहीं भी इनका कोई सुराग नहीं मिल रहा था. इसी बीच 10 जनवरी को मुखबिर के सूचना पर पुलिस यूपी के मुजफ्फरनगर पहुंची, जहां पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो उन्होंने कुछ नहीं बताया, लेकिन बाद में जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ही 24 दिसंबर 2019 को जीवनन्दपुर क्षेत्र में फायरिंग की थी.

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आरोपियों ने बताया कि जीवानंदपुर गांव में एक व्यक्ति को मारने के उद्देश्य से 24 दिसम्बर 2019 की रात एक घर के सामने रिवाल्वर से फायरिंग की थी. ये काम उन्होंने धीरेंद्र सिंह रावत निवासी कोटद्वार के कहने पर किया था. वारदात को अंजाम देने के लिए धीरेंद्र ने ही उन्हें रिवाल्वर दिया था.

पुलिस ने दोनों आरोपियों के बयान पर धीरेंद्र को भी गिरफ्तार किया. धीरेंद्र ने पूछताछ में बताया कि उसकी पदमपुर सुखरौ में 12 बीघा जमीन को लेकर योगम्बर उर्फ डब्बू, दुर्गेश मंमगाई, अमित देवरानी, राजेंद्र मेंदोली और मोहित अग्रवाल से रंजिश चल रही थी. डब्बू व उसके लोग बार उसे धमकी दे रहे थे. धीरेंद्र को शक था कि वे लोग उसे कभी भी मरवा सकते है. डब्बू को डराने के लिए ही धीरेंद्र ने उसके भाई शिशुपाल के घर के बाहर शूटरों को बुलाकर जान से मारने के लिए फायरिंग करवाई थी. शूटरों और धीरेंद्र के बीच ये डील तीन लाख रुपए में तय हुई थी, धीरेंद्र ने एक लाख 80 रुपए एडवांस दिए थे.

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पुलिस के मुताबिक पकड़ गए आरोपियों के नाम हर्षदीप निवासी मुजफ्फरनगर, सचिन चौधरी निवासी मुजफ्फरनगर और धीरेंद्र सिंह रावत निवासी कोटद्वार है,

Intro:summary कोटद्वार क्षेत्र के जीवानन्दपुर में 24 दिसंबर 2019 को अज्ञात बदमाशों के द्वारा किये गये गोली कांड में पुलिस ने 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, पुलिस के मुताबिक पदमपुर सुखरो में 12 बीघा जमीन को लेकर उपजे विवाद में दहशत फैलाने के लिए चलाई गई थी गोली।

intro kotdwar कोटद्वार कोतवाली के जीवनन्दपुर क्षेत्र में 24 दिसंबर 2019 को देर शाम को हुये गोली कांड का पुलिस ने कोतवाली में खुलासा करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, पुलिस ने बताया कि पदमपुर सुखरो में 12 बीघा जमीन को लेकर उपजे विवाद में दहशत फैलाने के लिए जीवन नंदपुर स्थित योगम्बर उर्फ डब्बू के घर पर फायर की गई थी, पूछताछ में अभी तो ने बताया कि दहशत फैलाने के उद्देश्य से की गई थी देर शाम को फायर।


Body:वीओ1- बता दें कि घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी के आदेश पर अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप राय ने घटना के अनावरण के लिए कई टीम गठित कर शरहदी जनपद देहरादून, हरिद्वार,बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और करनाल सोनीपत,पानीपत, हरियाणा भेज दी गई थी, पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 10 जनवरी को देर रात को मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से एक मोटर मोटरसाइकिल में सवार दो व्यक्तियों को पकड़ा, जिन से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि 24 दिसम्बर 2019 की रात को मोटरसाइकिल से जीवानन्दपुर गांव कोटद्वार में एक घर के बाहर एक व्यक्ति पर जान लेने की नियत से रिवाल्वर से फायर किया गया लेकिन वह बाल-बाल बच गया, इस काम को करने के लिए धीरेंद्र सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय रूप सिंह निवासी ग्राम शिवपुर कोटद्वार पौड़ी ने कहा था, और घटना को अंजाम देने के लिए रिवाइवल धिरेंद्र सिंह रावत ने मुहैया करवाया था, पुलिस ने पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के कहने पर प्रकाश में आये धीरेंद्र सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय रूप सिंह रावत निवासी शिवपुर कोटद्वार को उसके घर से गिरफ्तार कर पूछताछ की, तो बताया कि पदमपुर सुखरो में 12 बीघा जमीन को लेकर योगम्बर उर्फ डब्बू, दुर्गेश मंगाई, अमित देवरानी, राजेंद्र मेंदोली, मोहित अग्रवाल से रंजिश चल रही थी, जिसमें योगम्बर व उसके के लोगों के द्वारा मुझे बार-बार धमका जा रहा था तथा मुझे शक था कि कभी भी मरवा सकते है, तो मेरी योगम्बर सिंह नेगी से दुश्मनी हो गई, योगम्बर सिंह नेगी को डराने के लिए मेरे द्वारा उसके भाई शिशुपाल सिंह नेगी के घर के बाहर शूटरों को बुलाकर जान से मारने हेतु फायर करवाया गया, मैंने शूटरों को इस काम के लिए ₹3 लाख में बात की थी ₹1लाख 80 हजार एडवांस दिए थे, तथा शूटरों को मोटरसाइकिल भी उपलब्ध कराई थी।

पकड़े गए अभियुक्त

हर्षदीप उर्फ प्रीत पुत्र स्वर्गीय जसपाल सिंह निवासी ग्राम जमालपुर थाना रामराज जनपद मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश

सचिन चौधरी पुत्र देवेंद्र चौधरी उर्फ राजू निवासी ग्राम नसीरपुर थाना सीतापुर जनपद मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश

धीरेंद्र सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय रूप सिंह रावत निवासी त्रिलोक पुरम कॉलोनी शिवपुर कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल

वीओ2- पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार जोशी ने मामले का खुलासा करते बताया कि 12 बीघा प्रॉपर्टी का मामला है जिसमें विवाद चल रहा था यह जमीन पदमपुर सुखरो में मौजूद है, इसमें 5 साल पहले से दो पार्टियों के बीच आपसी रंजिश चल रहा था, यह जमीन अनुसूचित जाति के लोगों की है, इसमें कब्जा किसी और व्यक्ति का है, एक पार्टी ने कब्जे धारके से मिलकर विवाद शुरू किया, योगम्बर उर्फ डब्बू इसमें पार्टी है, धीरेंद्र उर्फ धीरू के द्वारा दो लड़के मुजफ्फरनगर से हायर किए गए, और योगम्बर के घर पर डराने के लिए फायर कराई गई, कि वह इस जमीन से हट जाये,पुलिस के द्वारा मास्टरमाइंड धीरेंद्र मास्टर को गिरफ्तार कर लिया गया साथ ही शूटरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया जिन्हें न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

बाइट अनिल कुमार जोशी सीओ कोटद्वार।


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