कोटद्वार: राष्ट्रीय राजमार्ग-534 पर कोटद्वार-दुगड्डा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरने वाले बरसाती गदेरे पर बना पुश्ता एक बार फिर दरकने लगा है. वहीं, तीन साल पहले ही राजमार्ग विभाग ने 5 करोड़ से अधिक की लागत से इस पुश्ते का निर्माण किया था. ऐसे में पुश्ता दरकने से एक बार फिर इस जगह पर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई. हालांकि, विभाग ने पत्थर लगाकर उस तरफ वाहनों की आवाजाही को रोक दिया है.
बता दें कि करोड़ों रुपए लगने के बाद भी राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य स्थिति बदहाल है. शायद ही कोई ऐसा मौसम हो जब इस मार्ग पर मरम्मत का कार्य होता दिखाई दे. सालभर मरम्मत होने के बाद भी राजमार्ग पर बरसात में कब कौन सा पुश्ता दरक या चट्टान सड़क पर आ जाए, कहां नहीं जा सकता.
वैसे राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार दुगड्डा के बीच 15 किलोमीटर का हिस्सा विभाग के लिए किसी कामधेनु से कम नहीं है. राजमार्ग पर होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि करोड़ों की लागत से बनने वाले पुश्ते एक बरसात नहीं झेल पा रहे हैं. हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने इस पुस्ते को तीन साल हो गये हैं, तब इस पुश्ते को करीब 5 करोड़ से अधिक की लागत से बनाया गया था.
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वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग 534 के अवर अभियंता अरविंद जोशी ने बताया कि पुश्ते को बने हुए काफी वर्ष हो चुके हैं. बजट की कमी के कारण अभी उस पर कार्य शुरू नहीं किया गया है, लेकिन जल्द से जल्द ही कोशिश रहेगी कि जल्द पुश्ते का निर्माण कार्य करवा कर मार्ग को दुरुस्त किया जाए.