कोटद्वार: कोरोना को लेकर देशभर में अलर्ट जारी है. वहीं, उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस को लेकर लोग काफी डरे हुए हैं. बढ़ते मामले को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कोरोनो को महामारी घोषित कर दिया है, लेकिन कोटद्वार में स्थानीय प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं.
बता दें, देश भर में कोरोना का डर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, लोग दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं.वहीं, उत्तराखंड में कोरोना को महामारी घोषित किए जाने के बाद भी सरकारी दफ्तरों से लेकर भीड़भाड़ वाले इलाके में प्रशासन के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. कोटद्वार के रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टेशन पर रोजाना हजारों यात्री आवागमन करते हैं. लेकिन कहीं पर भी स्थानीय प्रशासन के द्वारा सैनिटाइज स्प्रे, बसों की सफाई, रेलवे की बोगियों की सफाई नहीं की जा रही है.
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वहीं, उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा का कहना है कि कण्वाश्रम और सिद्धबली मंदिर में बाहरी राज्यों से लोगों कि आवाजाही अधिक रहती है. इन दोनों जगहों को श्रद्धालुओं की दृष्टि से कुछ समय के लिए बंद करने का विचार कर रहे है. वहीं, नगर निगम से अब कुछ स्प्रे मशीनें खरीदने का निर्णय लिया गया है, जिससे पब्लिक पैलेस में सैनिटाइज स्प्रे आदि किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हर दिन रेलवे स्टेशन से हजारों यात्री आवागमन करते हैं. उसके लिए रेलवे प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि बोगियों को सैनिटाइज किया जाए. उन्होंने आगे बताया कि बेस चिकित्सालय में 12 बेड की जगह बढ़ाकर 20 बैड कर दिए गए हैं.