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सुरक्षाकर्मियों के पक्ष में खड़े हुए छात्र, प्रशासनिक भवन में जड़ा ताला

सुरक्षा कर्मियों के पक्ष में छात्र संगठन भी सामने आ गए है. छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियों में सेना से सेवानिवृत्त हुए लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन वर्तमान में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से ना निकाला जाए.

संकट में गढ़वाल विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी
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Published : Apr 27, 2019, 7:15 AM IST

पौड़ी: केंद्रीय विश्वविद्यालय एचएनबी के पौड़ी परिसर में पिछले 10 से 12 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों की नौकरी पर संकट मंडराने लगा है. जिसके विरोध में छात्र संगठन ने प्रशासनिक भवन पर तालाबंदी कर कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

गढ़वाल विश्वविद्यालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों के दिखाया बाहर का रास्ता.

दरअसल, विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियां की जा रही हैं. जिनमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को ही प्राथमिकता दी जा रही है. जिस कारण पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है.

सुरक्षा कर्मियों के पक्ष में छात्र संगठन भी सामने आ गया है. छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियों में सेना से सेवानिवृत्त हुए लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन वर्तमान में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से ना निकाला जाए.

पढे़ं- आत्मबोधानंद अब 2 मई से त्यागेंगे जल, नमामि गंगे के महानिदेशक के आश्वासन पर बढ़ाया समय

छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने बताया की पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है. विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश को अगर जल्द वापस नहीं लिया गया तो वह उग्र आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर गुजारिश की गई है कि जो भी नई भर्तियां की जाएंगी, उसमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन पौड़ी में जो 11 सुरक्षाकर्मी कार्य कर रहे हैं, उन्हें नौकरी से बाहर ना किया जाए.

पौड़ी के परिसर निदेशक केसी पुरोहित ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों के लिए आउटसोर्स की मदद से कर्मचारियों की नियुक्तियां की जाती है. एजेंसी की नीतियों के आधार पर तय किया जाता है कि वह किस आधार पर नियुक्ति करें. उन्होंने कहा कि इस बार सुरक्षा कर्मियों के पद से सेवानिवृत्त सेना के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है. जिसमें पौड़ी परिसर की ओर से किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है.

पौड़ी: केंद्रीय विश्वविद्यालय एचएनबी के पौड़ी परिसर में पिछले 10 से 12 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों की नौकरी पर संकट मंडराने लगा है. जिसके विरोध में छात्र संगठन ने प्रशासनिक भवन पर तालाबंदी कर कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

गढ़वाल विश्वविद्यालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों के दिखाया बाहर का रास्ता.

दरअसल, विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियां की जा रही हैं. जिनमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को ही प्राथमिकता दी जा रही है. जिस कारण पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है.

सुरक्षा कर्मियों के पक्ष में छात्र संगठन भी सामने आ गया है. छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियों में सेना से सेवानिवृत्त हुए लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन वर्तमान में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से ना निकाला जाए.

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छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने बताया की पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है. विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश को अगर जल्द वापस नहीं लिया गया तो वह उग्र आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर गुजारिश की गई है कि जो भी नई भर्तियां की जाएंगी, उसमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को प्राथमिकता दी जाए. लेकिन पौड़ी में जो 11 सुरक्षाकर्मी कार्य कर रहे हैं, उन्हें नौकरी से बाहर ना किया जाए.

पौड़ी के परिसर निदेशक केसी पुरोहित ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों के लिए आउटसोर्स की मदद से कर्मचारियों की नियुक्तियां की जाती है. एजेंसी की नीतियों के आधार पर तय किया जाता है कि वह किस आधार पर नियुक्ति करें. उन्होंने कहा कि इस बार सुरक्षा कर्मियों के पद से सेवानिवृत्त सेना के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है. जिसमें पौड़ी परिसर की ओर से किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है.

Intro:केंद्रीय विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर में पिछले 10 से 12 सालों से सुरक्षाकर्मी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे 11 लोगों की नौकरी पर संकट मंडराने लगा है दरअसल विश्वविद्यालय की ओर से जल्द नई भर्तियां की जा रही है जिनमें की सेना से सेवानिवृत्त लोगों को ही प्राथमिकता दी जा रही है। वहीं पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है इसको लेकर सभी कर्मी काफी परेशान है। सुरक्षा कर्मियों के पक्ष में सभी छात्र संगठन के लोग सामने आ गए हैं और सभी संगठनों का कहना है कि विश्वविद्यालय की ओर से नई भर्तियों से सेना से सेवानिवृत्त हुए लोगों को प्राथमिकता दी जाए लेकिन वर्तमान में जो लोग काम कर रहे हैं उन्हें नौकरी से निकाला जाए। सभी छात्रों ने मिलकर प्रशासनिक भवन पर तालाबंदी कर विरोध जाहिर करते हुए कुलपति के विरोध में नारेबाजी की।



Body:छात्र संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया की पौड़ी परिसर में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे सुरक्षा कर्मियों के समक्ष से जल्द आर्थिक संकट आने वाला है यदि विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश को वापस नहीं लिया गया तो वह उग्र आंदोलन के लिए तैयार हैं उन्होंने कहा कि यह सभी सुरक्षाकर्मी लंबे समय से अपने परिवार का पालन पोषण इसी भरोसे कर रहे हैं यदि उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया जाता है तो वह अपने बच्चों का वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे उन्होंने विश्वविद्यालय से पत्र लिखकर गुजारिश की है कि जो भी नई भर्तियां की जाएंगी उसमें सेना से सेवानिवृत्त लोगों को प्राथमिकता दी जाए लेकिन पौड़ी में जो 11 सुरक्षाकर्मी कार्य कर रहे हैं उन्हें नौकरी से बाहर न किया जाए।
बाईट-मोहित( छात्र)
बाईट-भारतभूषण( छात्र)


Conclusion: दरअसल केंद्रीय विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों के लिए आउट सोर्स की मदद से कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया की जाती है और एजेंसी की नीतियों के आधार पर तय किया जाता है कि वह किस आधार पर नियुक्ति करे। वही इस बार उन्होंने सुरक्षा कर्मियों के पद पर सेवानिर्वित सेना के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है। पौड़ी के परिसर निदेशक के.सी पुरोहित ने बताया कि यह आदेश विश्वविद्यालय की ओर से जारी हुआ है और इसमें पौड़ी परिसर की ओर से किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है और जो भी छात्रों की मांगे हैं उनको व विश्वविद्यालय तक पहुंचाया जाएगा
बाईट-केसी पुरोहित(परिसर निदेशक)
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