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उत्तराखंड की प्रतिभाएं गांवों में तोड़ रही दम, युवा खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा मौका

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, विवेक राजदान, राजीव सेठ के साथ क्रिकेट की बारीकियां सीख चुके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा ने उत्तराखंड में क्रिकेट और उससे जुड़ी प्रतिभाओं को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा आज सही मंच न मिल पाने के कारण प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा गांवों, कस्बों में दम तोड़ रही हैं.

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श्रीनगर पहुंचे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा
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Published : Aug 22, 2021, 3:53 PM IST

Updated : Aug 22, 2021, 5:10 PM IST

श्रीनगर: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा रक्षाबंधन के मौके पर श्रीनगर पहुंचे हैं. इस मौके पर क्रिकेट से जुड़ी बारीकियों से लेकर पहाड़ में क्रिकेट की संभावनाओं और उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड की कार्यप्रणाली को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की. राकेश शर्मा ने उत्तराखंड क्रिकेट को लेकर बड़ा बयान दिया है. राकेश शर्मा ने कहा प्रदेश के युवाओं को उत्तराखंड की टीम में खेलने का मौका नहीं मिल रहा है, जबकि अन्य प्रदेशों के क्रिकेट खिलाड़ी प्रदेश की टीम से खेल रहे हैं.

गांव-कस्बों में दम तोड़ रही प्रतिभाएं: उन्होंने कहा प्रदेश के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, मगर सही मंच न मिल पाने के कारण प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा गांवों, कस्बों में दम तोड़ रही हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा ने प्रतिभाओं को निखारने के लिए स्थानीय लेवल पर टूर्नामेंट आयोजित करवाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा अगर उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड इस तरह के टूर्नामेंट का आयोजन करता है तो इससे राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी निकल सकते हैं.

उत्तराखंड की प्रतिभाएं गांवों में तोड़ रही दम.

पढ़ें- उत्तराखंड के पूर्व सीएम बोले, 'केजरीवाल अर्बन नक्सल और बहुरुपिया, नहीं करेगा कोई भरोसा'

प्रदेश के युवाओं को देना चाहते हैं कोचिंग: राकेश शर्मा ने कहा प्रदेश को आज अच्छे कोचों की जरूरत है, जो यहां की प्रतिभाओं के साथ ही पहाड़ का दर्द महसूस कर सकें. उन्होंने बताया कि वे भी प्रदेश के युवाओं को कोचिंग देना चाहते हैं, जिसके लिए वे तीन बार उतराखंड क्रिकेट बोर्ड के साथ पत्राचार भी कर चुके हैं, लेकिन आज तक बोर्ड ने उनका कोई जवाब नहीं दिया.

पढ़ें- VIDEO: पहाड़ी महिलाओं का ऐसा झगड़ा देखा है कभी, बातों बातों में हो गया दे-दनादन

8 सालों तक ओमान राष्ट्रीय टीम के रहे सदस्य: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. वे पौड़ी जनपद के एकेश्वर ब्लॉक के पालकोट गांव के रहने वाले हैं. इस छोटे से गांव से निकलकर शर्मा में विदेश में भी अपना लोहा मनवाया है. वे 8 सालों तक ओमान राष्ट्रीय टीम के सदस्य रहे. उनके टीम में रहने के दौरान ओमान की टीम दो बार वर्ल्ड कप क्वालीफाई दौर में जा चुकी है. वे ओमान की राष्ट्रीय महिला, पुरुष नेशनल टीम , अंडर-19,अंडर-16 की नेशनल टीम के भी कोच रह चुके हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड के पूर्व सीएम बोले, 'केजरीवाल अर्बन नक्सल और बहुरुपिया, नहीं करेगा कोई भरोसा'

राकेश शर्मा ने 2007 में कनाडा के खिलाफ अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. शर्मा ने लेवल 3 की कोचिंग ऑस्ट्रेलिया से की है. वे भारत में एमआरएफ पेस फाउंडेसन के पहले बैच के क्रिकेटर थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पेस बॉलर और पूर्व क्रिकेटर डेनियस लिली से कोचिंग ली थी. उस दौर में उनके साथ पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, विवेक राजदान, राजीव सेठ क्रिकेट की बारीकियां सीखा करते थे .

श्रीनगर: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा रक्षाबंधन के मौके पर श्रीनगर पहुंचे हैं. इस मौके पर क्रिकेट से जुड़ी बारीकियों से लेकर पहाड़ में क्रिकेट की संभावनाओं और उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड की कार्यप्रणाली को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की. राकेश शर्मा ने उत्तराखंड क्रिकेट को लेकर बड़ा बयान दिया है. राकेश शर्मा ने कहा प्रदेश के युवाओं को उत्तराखंड की टीम में खेलने का मौका नहीं मिल रहा है, जबकि अन्य प्रदेशों के क्रिकेट खिलाड़ी प्रदेश की टीम से खेल रहे हैं.

गांव-कस्बों में दम तोड़ रही प्रतिभाएं: उन्होंने कहा प्रदेश के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, मगर सही मंच न मिल पाने के कारण प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा गांवों, कस्बों में दम तोड़ रही हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा ने प्रतिभाओं को निखारने के लिए स्थानीय लेवल पर टूर्नामेंट आयोजित करवाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा अगर उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड इस तरह के टूर्नामेंट का आयोजन करता है तो इससे राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी निकल सकते हैं.

उत्तराखंड की प्रतिभाएं गांवों में तोड़ रही दम.

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प्रदेश के युवाओं को देना चाहते हैं कोचिंग: राकेश शर्मा ने कहा प्रदेश को आज अच्छे कोचों की जरूरत है, जो यहां की प्रतिभाओं के साथ ही पहाड़ का दर्द महसूस कर सकें. उन्होंने बताया कि वे भी प्रदेश के युवाओं को कोचिंग देना चाहते हैं, जिसके लिए वे तीन बार उतराखंड क्रिकेट बोर्ड के साथ पत्राचार भी कर चुके हैं, लेकिन आज तक बोर्ड ने उनका कोई जवाब नहीं दिया.

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8 सालों तक ओमान राष्ट्रीय टीम के रहे सदस्य: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कोच राकेश शर्मा किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. वे पौड़ी जनपद के एकेश्वर ब्लॉक के पालकोट गांव के रहने वाले हैं. इस छोटे से गांव से निकलकर शर्मा में विदेश में भी अपना लोहा मनवाया है. वे 8 सालों तक ओमान राष्ट्रीय टीम के सदस्य रहे. उनके टीम में रहने के दौरान ओमान की टीम दो बार वर्ल्ड कप क्वालीफाई दौर में जा चुकी है. वे ओमान की राष्ट्रीय महिला, पुरुष नेशनल टीम , अंडर-19,अंडर-16 की नेशनल टीम के भी कोच रह चुके हैं.

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राकेश शर्मा ने 2007 में कनाडा के खिलाफ अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. शर्मा ने लेवल 3 की कोचिंग ऑस्ट्रेलिया से की है. वे भारत में एमआरएफ पेस फाउंडेसन के पहले बैच के क्रिकेटर थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पेस बॉलर और पूर्व क्रिकेटर डेनियस लिली से कोचिंग ली थी. उस दौर में उनके साथ पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, विवेक राजदान, राजीव सेठ क्रिकेट की बारीकियां सीखा करते थे .

Last Updated : Aug 22, 2021, 5:10 PM IST

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